AAP : दलितों को साधने के लिए केजरीवाल ने अंबेडकर स्कॉलरशिप का किया ऐलान
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की कोशिश भाजपा को दलित विरोधी साबित करने की है. केजरीवाल अंबेडकर स्कॉलरशिप के जरिए भाजपा और कांग्रेस पर बढ़त बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
AAP : दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने महिलाओं, बुर्जुगों के बाद अब छात्रों के लिए अहम घोषणा की है. शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने डॉक्टर अंबेडकर स्कॉलरशिप योजना का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा का चुनाव जीतती है, तो दिल्ली सरकार विदेशी विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने वाले दलित छात्रों को वित्तीय मदद मुहैया कराएगी. दिल्ली के रहने वाले दलित छात्रों को भविष्य में फंड की की कमी के कारण विदेश में पढ़ाई नहीं छोड़नी पड़ेगी. यही नहीं दलित सरकारी कर्मचारी के बच्चे भी इस स्कॉलरशिप का लाभ उठा सकते हैं.
बाबा साहेब अंबेडकर को लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (एलएसई) में पैसे की कमी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी थी. भारत आकर उन्होंने पैसे का इंतजाम किया और फिर पढ़ाई पूरी की. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में अंबेडकर पर दिए बयान को देखते हुए स्कॉलरशिप की घोषणा की है. गृह मंत्री के बयान से देश के करोड़ों लोगों को दुख पहुंचा है. आज देश में अंबेडकर के अपमान के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता है.
दलित वोटों पर है नजर
आम आदमी पार्टी गृह मंत्री के बयान के बहाने दलितों को साधने में जुटी है. गृह मंत्री के बयान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के बाद केजरीवाल ने दलित छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की घोषणा कर दलितों को यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि आम आदमी पार्टी उनके हितों का ख्याल रखती है. दिल्ली सरकार में मंत्री रहे दलित नेता राजेंद्र पाल गौतम और अन्य दलित नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी दलितों को साधने की कवायद में जुटी है. भाजपा दलित बस्तियों में विशेष जनसंपर्क अभियान चला रही है. गृह मंत्री के बयान के बाद आम आदमी पार्टी की कोशिश भाजपा को दलित विरोधी साबित करने की है. यही नहीं कांग्रेस भी दलितों को लेकर काफी मुखर है. ऐसे में केजरीवाल अंबेडकर स्कॉलरशिप के जरिए भाजपा और कांग्रेस पर बढ़त बनाने की कोशिश कर रहे हैं. महिलाओं, बुर्जुगों के बाद केजरीवाल ने दलित छात्रों को साधने के लिए अहम घोषणा की है. पिछली बार दिल्ली की सभी अधिकांश सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली थी.