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AAP: दिल्ली में केजरीवाल के खिलाफ भाजपा का पोस्टर वार

दिल्ली को आतिशी के तौर पर नया मुख्यमंत्री मिल चुका है. लेकिन भाजपा अरविंद केजरीवाल की नाकामियों को ही आगे रखकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. भाजपा का स्पष्ट मत है कि भले ही केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है, पर दिल्ली सरकार की कमान अप्रत्यक्ष तौर पर उन्हीं के हाथों में रहेगी.

By Vinay Tiwari | September 21, 2024 4:12 PM
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AAP: दिल्ली आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के आरोप का सामना कर रहे अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. दिल्ली को आतिशी के तौर पर नया मुख्यमंत्री मिल चुका है. लेकिन भाजपा अरविंद केजरीवाल की नाकामियों को ही आगे रखकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. भाजपा का स्पष्ट मत है कि भले ही केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है, पर दिल्ली सरकार की कमान अप्रत्यक्ष तौर पर उन्हीं के हाथों में रहेगी. आतिशी को मुख्यमंत्री के तौर पर नियुक्त करने के फैसले के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं के बयान भी इस ओर इशारा करते हैं.

आम आदमी पार्टी के नेताओं का साफ तौर पर कहना है कि आतिशी सिर्फ कुछ महीने के लिए मुख्यमंत्री है और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने के बाद एक बार फिर केजरीवाल ही दिल्ली सरकार के मुखिया होंगे. भाजपा का भी मानना है कि केजरीवाल ने अपनी छवि बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया है और आतिशी एक मुखौटा मुख्यमंत्री के तौर पर काम करेगी. ऐसे में भाजपा केजरीवाल सरकार के 10 साल के शासन में दिल्ली की दुर्दशा को मुख्य मुद्दा बनाने की तैयारी कर रही है. भाजपा केजरीवाल के शिक्षा, स्वास्थ्य मॉडल की नाकामियों को जनता तक पहुंचाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है. 


दिल्ली में भाजपा ने शुरू किया पोस्टर वार

अरविंद केजरीवाल के शासन के दौरान दिल्ली की दुर्दशा को लेकर भाजपा ने कई जगहों पर पोस्टर लगाया है. इस पोस्टर में अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा गया है. भाजपा नेता नेता कपिल मिश्रा की ओर गये पोस्टर में लिखा है कि दस साल दिल्ली बेहाल बाय-बाय फर्जीवाल. भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो संदेश जारी कर आतिशी को मुख्यमंत्री बनाये जाने पर भी तंज कसा है. एक्स पर लिखा है कि एक कम्युनिस्ट को बैक डोर से दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया गया है.

दिल्ली में कम्युनिस्ट ताकतों को सत्ता में बैठाने की साजिश रची गयी. आतिशी के माता और पिता  संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी पर सवाल उठाए थे और फांसी दिए जाने के विरोध में अभियान चलाने वालों में अग्रणी भूमिका निभा चुके है. देश के खिलाफ बोलने का इतिहास केवल माता-पिता का नहीं आतिशी का भी रहा है.

आने वाला समय दिल्ली के लिए चुनौती का रहने वाला है. भाजपा का मानना है कि सहानुभूति हासिल करने के लिए केजरीवाल ने इस्तीफा दिया है. लेकिन अब दिल्ली के लोगों में केजरीवाल के प्रति पहले की तरह सहानुभूति नहीं है. ऐसे में पार्टी आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं की बजाय केजरीवाल को निशाने पर रखना फायदेमंद होगा.

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