चंडीगढ़ : राज्य भर के विभिन्न जिलों में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ हुई हिंसा की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए वीरवार को नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में आप प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव चुनाव आयुक्त से मिलकर अपना ज्ञापन सौंपा. चुनाव आयुक्त को सौंपे अपने ज्ञापन में आप प्रतिनिधियों ने आप उम्मीदवारों पर नामांकन के दौरान किए गए हमले का मुद्दा उठाया और आयोग से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को सुरक्षा देने एवं चुनाव में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की.
इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि नगर निकाय चुनाव के नॉमिनेशन के दौरान सत्ताधारी पार्टी के लोगों ने घोर गुंडागर्दी की और कई जिलों में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने से रोका गया. सत्ताधारी पार्टी लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारु है. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नष्ट हो गई है. सत्ताधारी कांग्रेस की गुंडागर्दी को देखते हुए निकाय चुनाव में पंजाब के लोगों और उम्मीदवारों की सुरक्षा का खतरा स्पष्ट तौर पर झलक रहा है.
चीमा ने कहा कि जलालाबाद, गुरु हर सहाय, जीरा, फिऱोज़पुर, जगराओं, सुनाम, भिखीविंड, कोट इसे खां सहित कई स्थानों पर आम उम्मीदवारों को डराने-धमकाने का मामला सामने आया है. जलालाबाद में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने पुलिस की मदद से हमारे उम्मीदवारों के नामांकन पत्र छीन लिए और उन्हें जान से मारने की धमकी दी.
जलालाबाद नगर परिषद के आम आदमी पार्टी के सभी 17 वार्ड उम्मीदवार नामांकन दाखिल करने के लिए जब अपने वकीलों के साथ एसडीएम के आने की प्रतीक्षा कर रहे थे, तो भीड़ द्वारा उनपर हमला किया और उनके नामांकन पत्र और अन्य दस्तावेज छीन लिए गए. उन्हें धमकी दी गई कि नामांकन दाखिल न करें. हमने स्थानीय एसएचओ के सामने भी इस मुद्दे को उठाया और हिंसा में संलिप्त लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की.
इसी तरह, गुरु हर सहाय की नगरपालिका परिषद में एसडीएम कार्यालय के दरवाजे बंद कर दिए गए और आप उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने से रोकने के लिए कार्यालय के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई. ज़ीरा में, कांग्रेस उम्मीदवार पुलिस के साथ आप उम्मीदवारों के घर जा कर उन्हें धमकी दे रहे थे कि वे अपना नामांकन पत्र दाखिल न करें. स्थानीय विधायक के प्रभाव में स्थानीय पुलिस हमारे उम्मीदवारों को धमका रही थी. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन ज़ीरा में आप उम्मीदवारों के नामांकन पत्र फाड़ दिये और उन्हें डराया-धमकाया.
फिरोजपुर नगरपालिका परिषद में, एसडीएम कार्यालय के अंदर हमारे उम्मीदवारों पर कुछ उपद्रवियों द्वारा घात लगाकर हमला किया गया और उनके नामांकन पत्र एवं अन्य दस्तावेज छीन लिए गए. वहां भी हमारे उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने के लिए धमकाया गया. जगराओं में भी आप के उम्मीदवारों को सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं और उनके ‘गुंडों’ द्वारा धमकाया गया. हमारे उम्मीदवार को उनके निवास पर जाकर धमकी दी गई और निकाय चुनाव नहीं लडऩे के लिए मजबूर किया गया.
चीमा ने कहा, बेहद शर्म की बात है कि लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन करते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नामांकन के अंतिम दिन सुनाम में आम आदमी पार्टी के एक उम्मीदवार का अपहरण कर लिया. सत्ताधारी कांग्रेस द्वारा सत्ता और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग इस प्रकार का घृणित और दमनकारी कार्य करना बेहद निंदनीय और शर्मनाक है. प्रतिनिधियों ने कहा कि उन सभी जिलों में जहाँ उम्मीदवारों को डराने-धमकाने और हिंसा की घटना सामने आई, वहां स्थानीय विधायकों के प्रभाव में आकर स्थानीय पुलिस ने आप उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोका और चुनाव लडऩे के खिलाफ धमकी दी.
आप प्रतिनिधियों ने चुनाव आयुक्त से अपील करते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया को सही करने के लिए और निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए ऐसे हिंसात्मक लोगों पर कार्रवाई की जाए और तमाम हिंसा और हमले को देखते हुए हमारे उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान किया जाए, ताकि वे बिना किसी भय के नगर निकाय चुनाव लड़ सकें.
उन्होंने चुनाव के दौरान पंजाब के लोगों की सुरक्षा का ध्यान दिलाते हुए चुनाव आयुक्त से कहा कि बिना भय और डर के लोग वोट डाल सके इसलिए चुनाव में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाए. चुनाव आयुक्त से मिलने वाले आप प्रतिनिधियों में राज लाली गिल, संतोख सिंह सलाना, एडवोकेट गोविंदर मित्तल, परमिंदर सिंह जसवाल और एडवोकेट भुवन भल्ला शामिल थे.
Posted by : Pritish sahay