AAP को अमेरिका, कनाडा और अरब देशों से मिले 7.08 करोड़ के अवैध फंड, ED ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट
AAP: दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को 2022 में आप को मिले विदेशी फंडिंग की जानकारी गृह मंत्रालय को दी.
AAP: प्रवर्तन निदेशालय ने गृह मंत्रालय को जो जानकारी दी है, उसके अनुसार आम आदमी पार्टी को विदेश से 7.08 करोड़ रुपये फंड मिले. ईडी ने बताया AAP को अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, ओमान और अन्य देशों के कई दानदाताओं से धन प्राप्त हुआ. ईडी ने बताया, फंड ट्रांसफर करने के लिए एक ही पासपोर्ट नंबर, क्रेडिट कार्ड, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा किया कि दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने एफसीआरए का उल्लंघन कर विदेश से सात करोड़ रुपये से अधिक का विदेशी कोष हासिल किया है.
155 लोगों का एक ही पासपोर्ट नंबर
ईडी ने गृह मंत्रालय को जो जानकारी दी है, उसके अनुसार 155 लोगों के एक ही पासपोर्ट नंबर थे. ईडी ने बताया, विदेशी फंडिंग में FCRA, RPA का उल्लंघन किया गया.
मादक पदार्थ से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच के सिलसिले में गृह मंत्रालय को ईडी ने लिखा पत्र
पंजाब में ‘आप’ के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैरा और अन्य के खिलाफ मादक पदार्थ से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच के तहत कुछ दस्तावेज व ईमेल मिलने के बाद ईडी ने यह पत्र मंत्रालय को लिखा है. यह जांच 2021 में शुरू हुई थी और ईडी ने खैरा को तभी गिरफ्तार कर लिया था. वह अब कांग्रेस में हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने पिछले साल अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक विस्तृत पत्र भेजा था जिसमें ‘आप’ द्वारा नियमों के कथित उल्लंघन को रेखांकित किया गया है और इसे विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (फेरा) और जनप्रतिनिधिन कानून के उल्लंघन की श्रेणी में रखा गया है. माना जाता है कि ईडी ने हाल में इस मामले से संबंधित कुछ नयी जानकारियां गृह मंत्रालय के साथ साझा की हैं.
ईडी ने आप पर एफसीआरए उल्लंघन का लगाया आरोप
एजेंसी ने मंत्रालय को दानदाताओं के सत्यापित नाम, उनकी राष्ट्रीयता, पासपोर्ट नंबर, दान की गई राशि, दान का तरीका और प्राप्तकर्ता के बैंक खाता नंबर, बिलिंग नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल, चंदा देने के समय और तारीख और भुगतान के लिए उपयोग किए गए गेटवे की जानकारी दी है. एजेंसी ने मंत्रालय से कहा कि 2015 और 2016 के बीच अमेरिका और कनाडा में ‘आप’ की विदेशी शाखा के स्वयंसेवकों के माध्यम से पार्टी द्वारा चंदा इकट्ठा करने के लिए आयोजित किए कुछ कार्यक्रम कथित रूप से एफसीआरए का उल्लंघन करते थे.