Aayush: उत्पादों को मिलेगी वैश्विक पहचान

आयुष मंत्रालय के तहत भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी भेषज संहिता आयोग (पीसीआईएमएंडएच) ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (आईएमएस) सर्टिफिकेट हासिल करने में सफलता हासिल की है. इस सर्टिफिकेट के बाद आयुष और होम्योपैथी को वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलेगी

By Anjani Kumar Singh | September 4, 2024 7:00 PM
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Aayush: आयुष क्षेत्र के विकास के लिए सरकार हर स्तर पर कदम उठा रही है. आम लोगों तक आयुष की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए दवाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरकार के प्रयासों का असर दिख रहा है और आयुष के प्रति लोगों में आकर्षण बढ़ रहा है. बुधवार को आयुष मंत्रालय के तहत भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी भेषज संहिता आयोग (पीसीआईएमएंडएच) ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (आईएमएस) सर्टिफिकेट हासिल करने में सफलता हासिल की है. इस सर्टिफिकेट के बाद आयुष और होम्योपैथी को वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलेगी और इस क्षेत्र में नया मानक स्थापित होगा. पीसीआईएमएंडएच को गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली (क्‍यूएमएस) के लिए आईएस, आईएसओ 9001:2015, पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस ) के लिए आईएस, आईएसओ 14001:2015 और व्यावसायिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (ओएचएसएमएस) के लिए आईएस, आईएसओ 45001:2018 आईएस,आईएसओ से सम्मानित किया गया. 

क्या होगा फायदा

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (आईएमएस) सर्टिफिकेट मिलने के बाद आयुष के क्षेत्र में वैश्विक मानकों को हासिल करने में मदद मिलेगी. इससे आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी में उच्च मानकों को बढ़ावा देने के आयुष मंत्रालय के मिशन को गति मिलेगी. साथ ही वैश्विक स्तर पर भारतीय आयुष उत्पादों को एक अलग पहचान मिलेगी. इससे भारतीय आयुष उत्पादों की विदेशों में मांग बढ़ेगी. भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी भेषज संहिता आयोग के निदेशक डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि यह आयुष क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाने में सहायक होगा. पीसीआईएमएंडएच भारतीय चिकित्सा और होम्योपैथी के लिए मानक स्थापित करने और उसे बनाए रखने के लिए समर्पित एक अग्रणी संस्थान है. इसका मिशन व्यापक मानकों और दिशानिर्देशों के माध्यम से दवाओं की उच्चतम गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभाव सुनिश्चित करना है.

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