Aayush: अगले पांच साल में देश को मिलेगा 10 नया आयुष संस्थान
भारत में 17-19 अक्टूबर तक आरोहा-2024 इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया जायेगा. इस आयोजन में कई देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. अगले पांच साल में 10 नये आयुष संस्थान खोलने की योजना है.
Aayush: देश में पारंपरिक स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की कवायद हो रही है. सरकार आयुर्वेद और अन्य परंपरागत चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए हाल के वर्षों में कई कदम उठाए हैं. इस दिशा में आयुष मंत्रालय का गठन किया गया. आज दुनिया में योग और आयुर्वेद का चलन तेजी से बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य आयुर्वेद को देश के हर घर तक पहुंचाने का है. केंद्रीय आयुष (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद का दौरा कर संस्थान में मौजूद सुविधाओं की समीक्षा की और मरीजों से भी बातचीत की. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में विदेशी आक्रमण और ब्रिटिश शासन के दौरान परंपरागत चिकित्सा पद्धति को काफी नुकसान पहुंचा, लेकिन एक बार फिर वैश्विक स्तर पर इस चिकित्सा पद्धति को लेकर लोगों का नजरिया बदल रहा है. योग के महत्व को पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है.
आयुष पर होगा इंटरनेशनल कांफ्रेंस
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ने इस संस्थान का दौरा करने की इच्छा जाहिर की है. ऐसे में राष्ट्रपति के दौरे की तैयारी को लेकर संस्थान का दौरा किया. इस संस्थान में 17-19 अक्टूबर तक आरोहा-2024 इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया जायेगा. इस आयोजन में कई देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. जाधव ने कहा कि आने वाले पांच साल में 10 नये आयुष संस्थान खोलने की योजना है. ये संस्थान देश के विभिन्न हिस्सों में खोले जाएंगे. परंपरागत चिकित्सा पद्धति से सस्ता और सुलभ इलाज संभव है. इस दौरान आयुष मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और संस्थान के प्रोफेसर मौजूद रहे.