Abu Dhabi Crown Prince: अबू धाबी के क्राउन प्रिंस अल नाहयान दिल्ली पहुंचे, जानें दौरे से भारत-यूएई को क्या होगा लाभ

Abu Dhabi Crown Prince: अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंच गए हैं. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया.

By ArbindKumar Mishra | September 8, 2024 8:15 PM

Abu Dhabi Crown Prince: अबू धाबी के वली अहद (युवराज) शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान दो दिवसीय भारत यात्रा पर रविवार को दिल्ली पहुंचे. जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हवाई अड्डे पर अबू धाबू के वली अहद की अगवानी की, जिसके बाद उनका औपचारिक स्वागत किया गया. यह उनकी इस यात्रा को भारत द्वारा दिए गए महत्व को दर्शाता है.

पीएम मोदी के साथ सोमवार को होगी वार्ता

प्रधानमंत्री मोदी और वली अहद अल नाहयान सोमवार को वार्ता करेंगे. अगस्त 2015 में मोदी की यूएई की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया है. यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं. पिछले साल भारत की अध्यक्षता में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में यूएई को बतौर विशेष आमंत्रित देश न्योता दिया गया था.

अल नाहयान का पूरा शेड्यूल

वली अहद अल नाहयान के साथ संयुक्त अरब अमीरात सरकार के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है. अपनी यात्रा के दिल्ली चरण के समापन के बाद अल नाहयान एक व्यापार मंच में भाग लेने के लिए मुंबई जाएंगे. दोनों देशों के शीर्ष व्यापार नेता मंगलवार को होने वाले इस बैठक में हिस्सा लेंगे.

भारत और यूएई के बीच इन मुद्दों पर होगी बात

नाहयान अपने भारत प्रवास के दौरान पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच ऊर्जा और संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल नाहयान की यात्रा से भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच संबंध और मजबूत होंगे तथा नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खुलेंगे. दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये और दिरहम (संयुक्त अरब अमीरात की मुद्रा) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2022 में एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) और जुलाई 2023 में एक स्थानीय मुद्रा निपटान (एलसीएस) प्रणाली पर हस्ताक्षर किए. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में लगभग 85 अरब अमेरिकी अमरीकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ दोनों देश एक-दूसरे के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से हैं. 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भी यूएई, भारत में शीर्ष चार निवेशकों में शामिल है.

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