Corona Vaccine Update: दिसंबर में आएगी कोरोना वैक्सीन! कीमत से लेकर खुराक तक, आपके हर सवाल का जवाब
अदार पूनावाला ने ये भी बताया कि फिलहाल वैक्सीन के ट्रायल में किसी भी तरह की सुरक्षा चिंता सामने नहीं आई है. अब तक के ट्रायल में वैक्सीन का सकारात्मक प्रभाव रहा है.
नयी दिल्ली: कोरोना महामारी के खात्में के लिए इंतजार कारगर वैक्सीन का है. हर जुबां पर यही सवाल है कि आखिर कोरोना का वैक्सीन कब तक मिलेगा. इस बारे में भारत की वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने एक समाचार बेवसाइट को दिए इंटरव्यू में कई बातों का खुलासा किया. बताया कि वैक्सीन कब तक मिल सकेगी.
वैक्सीन कितनी कारगर होगी. वैक्सीन की कीमत कितनी होगी. जब वैक्सीन का निर्माण हो जाएगा तो इसका वितरण कैसे किया जाएगा.
क्या दिसंबर तक मिल जाएगी कोविड वैक्सीन
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला से पूछा गया कि, क्या वैक्सीन इस साल के अंत तक यानी दिसंबर तक मिल जाएगी, इसके जवाब में अदार पूनावाला ने कहा कि ये कहना जल्दीबाजी होगी. फिलहाल ट्रायल चल रहे हैं. ट्रायल की कामयाबी से पता चलेगा कि वैक्सीन कितनी कारगर है. लोगों में इसका कितना प्रभाव है तभी सटीक तरीके से बता पाना संभव होगा कि वैक्सीन वास्तव में कब तक मिल पाएगी.
अदार पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन के दीर्घकालिक प्रभाव को समझने में कम से कम 2 से 3 साल लग जाएंगे. अदार पूनावाला ने ये भी बताया कि फिलहाल वैक्सीन के ट्रायल में किसी भी तरह की सुरक्षा चिंता सामने नहीं आई है. अब तक के ट्रायल में वैक्सीन का सकारात्मक प्रभाव रहा है.
एसआईआई मांग सकता है इमरजेंसी लाइसेंस
अदार पूनावाला ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोविड-19 वैक्सीन के लिए इमरजेंसी लाइसेंस की मांग कर सकती है, जो ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा किए जा रहे ट्रायल पर आधारित होगी. हमें देखना होगा कि ट्रायल का परिणाम कैसा रहता है. अदार पूनावाला ने कहा कि एक बार वैक्सीन मिल जाती है तो फिर इसे लोगों को सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाया जाएगा. पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन के वितरण को यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम में शामिल किया जाएगा.
जनवरी में लांच हो सकता है कोरोना वैक्सीन!
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ ने कहा कि इस वक्त ये कहना जल्दीबाजी होगी कि कोरोना का वैक्सीन इस साल के अंत तक आ जाएगा. ये इस बार पर निर्भर करता है कि ट्रायल में वैक्सीन ने कितना सकारात्मक प्रभाव छोड़ा और लोगों में किस तरीके से एंटीबॉडी का विकास हुआ. अदार पूनावाला ने कहा कि यदि जनवरी तक ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो जाता है तो फिर हम इसको जनवरी में यहां लांच कर सकते हैं.
लोगों को कोरोना वैक्सीन का 2 डोज दिया जाएगा
एसआईआई से सीईओ अदार पूनावाला से पूछा गया कि ट्रायल के दौरान मिले डाटा से सकारात्मक संकेत मिले हैं. क्या लोगों को वैक्सीन का 1 डोज दिया जाएगा. जवाब में पूनावाला ने कहा कि अब तक हजारों लोगों को ट्रायल में शामिल किया गया. भारत में भी वैक्सीन का ट्रायल किया जा चुका है. फिलहाल किसी भी वॉलेंटियर्स में ऐसा कुछ नहीं दिखा जिसकी वजह से चिंता की जाए.
वैक्सीन के दीर्घकालीन प्रभाव का पता लगाने के लिए 2 से 3 साल का वक्त लगेगा. पूनावाला ने बताया कि जब वैक्सीन आएगी तो लोगों को इसकी 2 खुराक दी जाएगी. दोनों खुराक के बीच का अंतर 28 दिनों का होगा. वैक्सीन की लागत को भी पूनावाला ने स्पष्ट किया.
कोरोना वैक्सीन की लागत क्या होने वाली है?
वैक्सीन की लागत को लेकर अदार पूनावाला ने कहा कि हम लागत को लेकर फिलहाल सरकार से बातचीत कर रहे हैं. जल्दी की कीमत की पुष्टि कर दी जाएगी. लेकिन, हम ये सुनिश्चित करते हैं कि वैक्सीन काफी सस्ती दरों में आम लोगों को उपलब्ध करवाया जाएगा. पूनावाला का मानना है कि वैक्सीन का सार्वभौमिक वितरण सुनिश्चित करने के लिए यूनिवर्सल इम्युनाइजेशन प्रोग्राम चलाया जाना चाहिए.
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ ने बताया कि पहले चरण में 60 से 70 मिलियन डोज का उत्पादन किया जाएगा. इसके बाद प्रत्येक माह 100 मिलियन डोज के उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है. सबसे पहले कोरोना महामारी में फ्रंटलाइन वर्कर्स, जैसे डॉक्टर्स, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी और इससे संबंधित अन्य लोगों का टीकाकरण किया जाएगा. उम्मीद है कि जल्दी ही लोगों को वैक्सीन मिलेगा.
Posted By- Suraj Thakur