निर्भया के दोषियों के फांसी के मामले में वकील ए पी सिंह ने दिया बेतुका बयान
दोषियों के फांसी के बाद उनके वकीन ने दी बेतुकी दलील दी. वकील ए पी सिंह को लगता है कि निर्भया के मामले को प्रतिष्ठा का मामला बना दिया गया. इस कारण कई दुष्कर्मियों की जान ले ली गई.
नई दिल्ली : दोषियों के फांसी के बाद उनके वकील ने दी बेतुकी दलील दी. वकील ए पी सिंह को लगता है कि निर्भया के मामले को प्रतिष्ठा का मामला बना दिया गया. इस कारण कई दुष्कर्मियों की जान ले ली गई.
गुरुवार को दोपहर के वक्त जब दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में इस मामले की सुनवाई शुरू हुई तो निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने अदालत में कई तर्क दिए. एपी सिंह के तर्कों को सुनकर जज ने उनसे चुटकी ली और कहा कि अभी आप अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, क्या मैं भी ऐसा करूं.
रात 2:30 बजे सुनवाई शुरू होते ही पवन के वकील पवन के नाबालिग होने की दलील दी. इसी के साथ एपी सिंह ने कई ऐसे दस्तावेज दिखाए, जिससे पवन नाबालिग साबित हो सके लेकिन सब बेकार साबित हुआ. सुनवाई से पहले दोषियों के वकील एपी सिंह सुप्रीम कोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गए। तीन से ज्यादा वकीलों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। इसको लेकर एपी सिंह ने हंगामा कर दिया, हालांकि बाद में समझाने पर मान गए।
बृहस्पतिवार को दिन में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के बाद आधी रात 12 बजकर 10 मिनट पर दिल्ली हाई कोर्ट ने भी निर्भया के दोषियों की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें फांसी रोक लगाने की मांग की गई थी।
इससे पहले भी कोर्ट के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह बोले थे कि अभी भी अदालत में अक्षय की मर्सी पेटिशन है, वहां राष्ट्रपति भवन की रिसिविंग भी है. लेकिन हमारी मर्सी पेटिशन के आर्टिकल 72 को खत्म करना चाहते हैं. एपी सिंह ने आरोप लगाया कि कोर्ट हमें कहती है कि आप आग से खेल रहे हैं और परिणाम गलत होंगे.
वकील ने आरोप लगाया था किउन्हें डराया जा रहा है, कानूनी अधिकार प्रयोग करना अब गलत हो गया है. वकील बोले कि कानून को स्टेट द्वारा ज्यूडिशिरी किलिंग नहीं करनी चाहिए. हमें कितना निचोड़ा जाएगा, नींबू से भी ज्यादा निचोड़ रहे हैं.