Aero India 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बेंगलुरु के येलहंका स्थित वायुसेना स्टेशन में एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, देश-विदेश के एग्जिबिटर इसमें अपनी भागीदारी कर रहे हैं. इसने अब तक अपने सारे रिकोर्ड तोड़ दिए हैं. इसमें भारतीय MSME भी हैं, स्वदेशी स्टार्ट अप भी है और दुनिया की जानी मानी कंपनी भी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एयरो इंडिया का यह आयोजन भारत के बढ़ते हुए सामर्थ्य का उदाहरण है. इसमें दुनिया की करीब 100 देशों की मौजूदगी होना दिखाता है कि भारत पर पूरे विश्व का विश्वास कितना बढ़ गया है. एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रक्षा एक ऐसा क्षेत्र है, जिसकी तकनीक, मार्केट और सतर्कता को सबसे जटिल माना जाता है. हमारा लक्ष्य है 2024-25 तक इसके निर्यात के आंकड़े को डेढ़ बिलियन से बढ़ाकर 5 बिलियन डॉलर तक ले जाया जाए.
#WATCH | Chief of the Air Staff Air Chief Marshal VR Chaudhari leads the Gurukul formation during the flypast at the inaugural ceremony of #AeroIndia2023 in Bengaluru, Karnataka. pic.twitter.com/kenaR0er69
— ANI (@ANI) February 13, 2023
वहीं, एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे रक्षा क्षेत्र ने कुछ वर्षों में एक लंबी यात्रा तय की है. इस यात्रा में रक्षा क्षेत्र ने सफलता के कई पड़ाव पार किए जो आगे चल कर इस क्षेत्र में मजबूती का स्तंभ बने हैं. एयरो इंडिया भी उन्हीं स्तंभों में से एक है. बता दें कि एयरो इंडिया सैन्य विमानों, हेलीकाप्टरों, रक्षा उपकरणों और नये युग के एवियोनिक्स के निर्माण के लिए देश को एक उभरते हुए केंद्र के रूप में प्रदर्शित करेगा. अधिकारियों ने कहा कि एयरो इंडिया में लगभग 250 बिजनेस-टू-बिजनेस समझौते होने की उम्मीद है, जिससे लगभग 75 हजार करोड़ रुपये के निवेश का मार्ग प्रशस्त होने का अनुमान है.
अधिकारियों ने कहा कि एयरो इंडिया के 14वें संस्करण का विषय द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज है. इसका उद्देश्य एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में देश की क्षमताओं में वृद्धि को प्रदर्शित कर एक मजबूत और आत्मनिर्भर नये भारत के उदय का प्रचार करना है. प्रदर्शनी में सरकार के मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड विजन के अनुरूप स्वदेशी उपकरणों और प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. शो के दौरान स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान–तेजस, एचटीटी-40, डॉर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर और उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर को निर्यात के लिए पेश किया जाएगा.
आयोजन में 80 से अधिक देश शामिल होंगे. इसके अलावा 30 देशों के मंत्री, वैश्विक व भारतीय उपकरण निर्माता कंपनियों के 65 सीईओ भी शो में हिस्सा लेंगे. एयरो इंडिया प्रदर्शनी में 109 विदेशी और 700 से ज्यादा भारतीय कंपनियां भी भाग लेंगी. प्रदर्शनी में भाग लेने वाली भारतीय कंपनियों में एमएसएमई और स्टार्टअप शामिल हैं. बेंगलुरु स्थित अमेरिकी दूतावास की प्रभारी अधिकारी एलिजाबेथ जोंस ने कहा कि इस प्रमुख एयर शो के इतिहास में उनके देश का प्रतिनिधिमंडल अब तक का सबसे बड़ा होगा.