तालिबान शासन पर बोलीं महबूबा मुफ्ती, महिलाओं को सम्मान देकर शरीयत के मुताबिक चले अफगानिस्तान में नई सरकार
Mehbooba Mufti On Talibanअफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के गठन को लेकर जम्मू-कश्मीर की पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को बड़ी प्रतिक्रिया दी है. मुफ्ती महबूबा ने कहा कि तालिबान अब एक हकीकत बन चुका है. तालिबान को असली शरिया कानून के तहत अफगानिस्तान पर शासन करना चाहिए.
Mehbooba Mufti On Taliban Rule In Afghan अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के गठन को लेकर जम्मू-कश्मीर की पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को बड़ी प्रतिक्रिया दी है. मुफ्ती महबूबा ने कहा कि तालिबान अब एक हकीकत बन चुका है. तालिबान को असली शरिया कानून के तहत अफगानिस्तान पर शासन करना चाहिए. महबूबा ने कहा कि तालिबान अगर अपनी छवि बदलता है, तो दुनिया के लिए मिसाल बन सकता है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि तालिबान हकीकत बनकर सामने आ रहा है. अगर वे इस बार शासन करना चाहते हैं, तो शरिया जो कहता है जिसमें औरतों, बूढे, बच्चों के अधिकारी है और किस तरह शासन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर तालिबार इसपर अमल करना चाहते हैं तो मुझे लगता है वो दुनिया के लिए मिसाल बन सकते हैं.
#WATCH | Taliban is emerging as a reality. They had an image of anti-human rights during their first rule. They can set an example for the world if they follow the real Sharia law which includes women rights,& not their interpretation of Sharia: PDP chief Mehbooba Mufti in Kulgam pic.twitter.com/00vTqNdKXQ
— ANI (@ANI) September 8, 2021
पीडीपी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर वे शरीया कानून पर अमल करेंगे, तभी दुनिया उनके साथ कारोबार कर सकती है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर तालिबान 90 के दशक में शासन का जो तरीका अपनाया था, उसे एक बार फिर से अपनाते हैं तो फिर पूरी दुनिया के लिए ही नहीं खासकर अफगानिस्तान के लोगों के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी.
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मसरत आलम को हुर्रियत का चीफ बनाए जाने को लेकर कहा कि वो उनका आपस का मसला है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि केंद्र बाहर से लोगों को यहां लेकर आती है, लेकिन हमें यहां बंद कर रखा है और कहती है कि हमें यहां खतरा है ये बात हमें समझ नहीं आती है. इधर, श्रीनगर में एक कार्यक्रम में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि तालिबान को अफगानिस्तान में इस्लामिक नियमों के आधार पर शासन करना चाहिए, दुनिया के सभी देशों के के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने चाहिए. उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि तालिबान हर किसी से इंसाफ करेगा.
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