नयी दिल्ली: अदाणी मामले को लेकर अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस के पीएम मोदी के खिलाफ दिए बयान को लेकर बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने सोरोस पर हमला बोला है. इस मामले में कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने ट्वीट कर कहा की किसी भी देश में ये औकात नहीं की वो हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री को झुका दे, उन्होंने कहा कि भारत में नेहरूवादी विरासत यह सुनिश्चित करती है कि अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस जैसे लोग भारतीय चुनावों के परिणाम तय नहीं कर सकते.
क्या है मामला?
आपको बताएं कि, अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस ने पीएम मोदी पर अदाणी मामले को लेकर कई आरोप लगाए थे. सोरोस ने गौतम अदाणी के मुद्दे पर भारत सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अडानी और पीएम के संबंध मधुर हैं, सोरोस ने कहा कि, गौतम अदाणी के मुद्दे पर वो चुप हैं, लेकिन उन्हें संसद और विदेशों निवेशकों का जवाब देना होगा. सोरोस ने कहा है कि भारतीय व्यवसायी गौतम अदाणी के कारोबारी साम्राज्य में उथल-पुथल ने निवेश के अवसर के रूप में भारत में विश्वास को हिला दिया है और यह भारत में ‘‘लोकतांत्रिक पुनरुद्धार’’ के द्वार खोल सकता है.
जयराम रमेश का बयान
सोरोस के बयान पर जयराम रमेश ने कहा कि PM मोदी से जुड़ा अदाणी घोटाला भारत में लोकतांत्रिक पुनरुत्थान शुरू करता है या नहीं, यह पूरी तरह कांग्रेस, विपक्ष व हमारी चुनाव प्रक्रिया पर निर्भर है, नेहरूवादी विरासत यह सुनिश्चित करती है कि अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस जैसे लोग भारतीय चुनावों के परिणाम तय नहीं कर सकते.
बीजेपी ने भी जॉर्ज सोरोस पर निशाना साधा
पीएम मोदी पर दिए बयान को लेकर बीजेपी ने भी जॉर्ज सोरोस पर हमला बोला. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे लेकर कहा कि जॉर्ज सोरोस जैसे व्यक्ति चाहते हैं कि एक कमजोर देश हो, जिसमें एक कमजोर सरकार हो और जो उनके दिशा-निर्देश अनुसार चले, लेकिन ये एक नया हिंदुस्तान है.
अडानी को लेकर सोरोस का बयान
जॉर्ज सोरोस ने कहा है कि, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अदाणी समूह को लेकर जो दावे किए, उसने निवेशकों का विश्वास हिलाकर रख दिया है. उन्होंने कहा कि अदाणी के धन जुटाने की कोशिश की, जो नाकाम रही है, उनका स्टॉक रेत की महल तरह ढह गया है. सोरोस इतने पर ही नहीं रूके. उन्होंने अडानी मुद्दे के बीच भारत सरकार और भारत की नियामक एजेंसियों को भी घेरा. उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग के आरोपों ने भारत के रेगुलेटरी फ्रेमवर्क की सच्चाई को सामने ला लिया है. पीएम मोदी को घेरते हुए सोरोस ने कहा कि गौतम अदाणी के मुद्दे पर वो चुप हैं, लेकिन उन्हें संसद और विदेशों निवेशकों का जवाब देना होगा.