नयी दिल्ली : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है. खबर है रूस के बाद चीन ने भी वैक्सीन पर काम पूरा कर लिया है. कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर दूनिया के सामने बदनाम हो चुके चीन ने वैक्सीन को दुनिया के सामने पेश किया है.
मालूम हो चीन की सिनोवेक बायोटेक और सिनोफॉर्म ने मिलकर कोरोना वायरस का टीका तैयार किया है. हालांकि वैक्सीन को चीन अभी बाजार में नहीं उतारेगा. बताया जा रहा है कि चीनी वैक्सीन का अभी तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चीन वैक्सीन को तब बाजार में उतारेगा जब सारे परिक्षण सफलतापूर्वक समाप्त हो जाएंगे. ऐसी खबर है कि चीनी कोरोना वायरस टीका 2020 के आखिर में बाजार में उपलब्ध होगा.
दुनियाभर में कोरोना फैलाने को लेकर आलोचना का शिकार हो रहे चीन के बारे में खबर आयी थी कि कोरोना वैक्सीन तैयार होने से पहले वहां लोगों को इसका डोज दे दिया गया है. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने खुलासा किया था कि वह 22 जुलाई से ही अपने लोगों को वैक्सीन की डोज दे रहा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी सुरक्षित और प्रभावी साबित होने से पहले किसी भी कोविड-19 टीके के उपयोग की सिफारिश नहीं करेगी. हालांकि, चीन और रूस ने व्यापक प्रयोग के समाप्त होने से पहले ही अपने टीके का उपयोग करना शुरू कर दिया है.
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदानोम गेब्रेयसुस ने कहा कि टीकों का प्रयोग दशकों से सफलतापूर्वक किया जा रहा है. उन्होंने चेचक और पोलियो के उन्मूलन में इनके योगदान का जिक्र किया. उन्होंने कहा, मैं जनता को आश्वस्त करना चाहूंगा कि डब्ल्यूएचओ एक ऐसे टीके का समर्थन नहीं करेगा जो प्रभावी और सुरक्षित नहीं है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra