नये अध्यक्ष के चयन को लेकर हुई बैठक के बाद बोले हरीश रावत, सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व पर सभी को भरोसा, एकजुट है कांग्रेस

After the meeting for the selection of the new president, everyone said that everyone is confident on the leadership of Harish Rawat, Sonia and Rahul Gandhi, the Congress is united : नयी दिल्ली : कांग्रेस में नये अध्यक्ष के चुनाव को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को बैठक हुई. उत्तराखंड से आये पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बैठक के बाद कहा कि ''नेतृत्व में कोई संदेह नहीं है. सभी को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है. कांग्रेस एकजुट है. आज की बैठक में, हमने चुनौतियों को हल करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की और आगे भी ऐसा ही होता रहेगा.''

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2020 6:18 PM

नयी दिल्ली : कांग्रेस में नये अध्यक्ष के चुनाव को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को बैठक हुई. उत्तराखंड से आये पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बैठक के बाद कहा कि ”नेतृत्व में कोई संदेह नहीं है. सभी को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है. कांग्रेस एकजुट है. आज की बैठक में, हमने चुनौतियों को हल करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की और आगे भी ऐसा ही होता रहेगा.”

जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित आवास 10 जनपथ पर नये अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया को लेकर शनिवार को बैठक हुई. इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान, उत्तराखंड समेत दूसरे राज्यों से आये बड़े नेता भी शामिल हुए. यह बैठक करीब पांच घंटे चली.

बताया जाता है कि बैठक के दौरान मौजूद नेताओं ने एक बार फिर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पार्टी की कमान संभालने की मांग उठायी. वहीं, राहुल गांधी ने भी कहा कि पार्टी की ओर से जो जिम्मेदारी मिलेगी, उसका मैं निर्वहन करूंगा.

बैठक के बाद उत्तराखंड से आये पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ”नेतृत्व में कोई संदेह नहीं है. सभी को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है. कांग्रेस एकजुट है. आज की बैठक में, हमने चुनौतियों को हल करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की और आगे भी ऐसा ही होता रहेगा.”

साथ ही हरीश रावत ने कहा कि ”सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई है. हमने संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए फिर से मिलने का फैसला किया है.” साथ ही कहा कि ”हम किसानों के साथ कृषि कानूनों के खिलाफ उनकी लड़ाई में उनके साथ हैं.”

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