Agnipath Scheme: अग्निवीर भर्ती में जाति-धर्म पर बवाल, भाजपा ने तेजस्वी और संजय सिंह को दिया करारा जवाब

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा, सेना में पहले भी भर्ती के लिए उम्मीदवारों से जाति प्रमाण पत्र और धर्म प्रमाण पत्र मांगा जाता था. अग्निपथ योजना में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2022 1:31 PM
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अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) पर हो रहे विवाद पर भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष पर बड़ा हमला किया. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कहा, अग्निपथ योजना पर राजनीति करना दुखद है. उन्होंने कहा, सेना में जाति और धर्म के आधार पर भर्ती नहीं होती.

संबित पात्रा ने संजय सिंह और तेजस्वी यादव पर किया पलटवार

संबित पात्रा ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोला. संबित पात्रा ने कहा, आप के सांसद संजय सिंह और एक अन्य नेता ने सेना पर बड़ा आक्षेप किया है. उन्होंने कहा आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठा दिया था, उन्हें तो अपने देश की सेना के पराक्रम और साहस पर भी विश्वास नहीं रहा है. पात्रा ने साफ कर दिया कि सेना में भर्ती जाति और धर्म के आधार पर नहीं होती, केवल जानकारी के लिए पूछा जाता है.

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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- सेना बहाली में नहीं हुआ कोई बदलाव

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा, सेना में पहले भी भर्ती के लिए उम्मीदवारों से जाति प्रमाण पत्र और धर्म प्रमाण पत्र मांगा जाता था. अग्निपथ योजना में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है.

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अग्निपथ योजना पर क्या किया था ट्वीट

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने अग्निवीर भर्ती के लिए जाति और धर्म प्रमाण पत्र की मांग पर सवाल उठाया था और ट्वीट किया था, जात न पूछो साधु की, लेकिन जात पूछो फौजी की. उन्होंने आगे लिखा था, संघ की BJP सरकार जातिगत जनगणना से दूर भागती है लेकिन देश सेवा के लिए जान देने वाले अग्निवीर भाइयों से जाति पूछती है. ये जाति इसलिए पूछ रहे हैं, क्योंकि देश का सबसे बड़ा जातिवादी संगठन RSS बाद में जाति के आधार पर अग्निवीरों की छंटनी करेगा. एक और ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, आजादी के बाद 75 वर्षों तक सेना में ठेके पर अग्निपथ व्यवस्था लागू नहीं थी. सेना में भर्ती होने के बाद 75% सैनिकों की छंटनी नहीं होती थी लेकिन संघ की कट्टर जातिवादी सरकार अब जाति/धर्म देखकर 75% सैनिकों की छंटनी करेगी. सेना में जब आरक्षण है ही नहीं तो जाति प्रमाणपत्र की क्या जरूरत?

आप सांसद संजय सिंह ने भी अग्निवीर भर्ती के लिए जाति-धर्म के कॉलम पर उठाया था सवाल

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी अग्निवीरों की भर्ती के लिए जाति और धर्म के कॉलम पर सवाल उठाया था. संजय सिंह ने भर्ती नॉटिफिकेशन में जाति और धर्म के कॉलम को लाल रंग से घेरा करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने मोदी सरकार और भाजपा पर बड़ा हमला करते हुए ट्वीट किया और लिखा, मोदी सरकार का घटिया चेहरा देश के सामने आ चुका है. क्या मोदी जी दलितों/पिछड़ों/आदिवासियों को सेना भर्ती के काबिल नहीं मानते भारत के इतिहास में पहली बार सेना भर्ती में जाति पूछी जा रही है. मोदी जी आपको अग्निवीर बनाना है या जातिवीर.

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