Agnipath scheme: केंद्र सरकार की सैन्य बलों में भर्ती की नयी योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ देश में बवाल मचा हुई है. बीते गुरुवार को छात्रों ने योजना का जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. बिहार, यूपी, हरियाणा, हिमाचल समेत देश के सात राज्यों में युवाओं द्वारा हिंसक प्रदर्शन किया गया. बिहार और यूपी में कई जिलों से आगजनी की घटनाएं भी सामने आयीं. राजस्थान के सीकर में युवा सुबह से ही एकत्रित होना शुरू हो गये थे. दोपहर होते-होते उत्तेजित युवाओं ने दुकानों में तोड़फोड़ करने के साथ ही सरकारी संपति को भी नुकसान पहुंचाया.
प्रदर्शनकारी युवाओं ने 20 जून को दिल्ली कूच कर जंतर-मंतर पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी. यूपी में भी अग्निपथ योजना का जोरदार विरोध देखने को मिला. बुलंदशहर के साथ मथुरा, प्रयागराज, गोरखपुर में भी यह विरोध प्रदर्शन किया गया. युवाओं ने इस योजना को रद्द करने की मांग के साथ ‘अग्निपथ योजना वापस लो’ के नारे भी लगाये.
हरियाणा में कई जगहों पर पत्थरबाजी की खबरें हैं. इधर, देशभर में हो रहे प्रदर्शन के बीच, सरकार ने ‘अग्निपथ योजना’ को ‘अग्निपरीक्षा’ नहीं ‘मौका’ बताया और इसके फायदे भी गिनाये. वहीं, विपक्ष का कहना है कि इस योजना के जरिये युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जायेगा और इससे सेना की गरिमा भी कम होगी.
बिहार- नवादा में भाजपा विधायक अरुणा देवी के वाहन पर पथराव. नवादा व मधुबनी के जिला भाजपा कार्यालय में लगायी गयी आग. छपरा, गोपालगंज व कैमूर में ट्रेनों में लगायी आग. मोतिहारी, बक्सर व आरा स्टेशन में तोड़फोड़, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले. छपरा, गोपालगंज, आरा, बक्सर, सहरसा, खगड़िया, कैमूर, मोतिहारी में रोकी ट्रेन. 29 ट्रेनों को जगह-जगह प्रदर्शन की वजह से रद्द करना पड़ा जबकि आठ ट्रेनों का आंशिक समापन करना पड़ा. करीब नौ घंटे तक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ. जहानाबाद, बक्सर, कटिहार, सारण, भोजपुर व कैमूर में सड़कें की गयीं जाम.
नेशनल हाइवे जाम, पुलिस ने की हवाई फायरिंग. आंसू गैस के गोले दागे. युवाओं ने पुलिस की तीन गाड़ियों में लगायी आग, डीसी आवास पर पथराव
सड़कों पर उतरे युवा. पुलिस ने किया लाठीचार्ज, भगदड़, पत्थरबाजी में पुलिस का एक वाहन क्षतिग्रस्त, कई राजमार्ग अवरुद्ध
लखनऊ समेत 10 जिलों में सड़क पर उतरे युवा, गोंडा में प्रदर्शन, अलीगढ़ में तीन युवकों को पुलिस ने पकड़ा, जम कर नारेबाजी
सेना में नयी बहाली प्रक्रिया अग्निपथ का राजधानी रांची समेत हजारीबाग, पलामू के विद्यार्थियों ने भी प्रदर्शन किया. रांची में विद्यार्थियों ने ओवरब्रिज के समीप स्थित सेना के एआरओ कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
‘अग्निपथ’ योजना को लेकर युवाओं के मन में उपजे भ्रम को दूर करने के लिए केंद्र ने गुरुवार को फैक्टशीट जारी किया है. इसमें युवाओं के सभी तरह के भ्रम को दूर करने की कोशिश की गयी है.
भ्रम : अग्निवीर का भविष्य असुरक्षित?
सच्चाई : चार साल की सेवा के बाद जो उद्यमी बनना चाहेंगे, उन्हें मिलेगी वित्तीय सहायता. आगे की पढ़ाई के इच्छुक युवा को 12वीं का सर्टिफिकेट. केंद्रीय अर्धसैनिक बलों व राज्य पुलिस बलों में प्राथमिकता.
भ्रम : युवाओं के लिए कम हो जायेंगे मौके?
सच्चाई : युवाओं के लिए सेना में काम करने के अवसर बढ़ जायेंगे. आने वाले साल में मौजूदा नियुक्ति के मुकाबले अग्निवीरों की तीन गुणा अधिक नियुक्ति की जायेगी.
भ्रम : रेजिमेंटल संबंधों पर पड़ेगा असर?
सच्चाई : रेजिमेंटल व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं. अच्छे अग्निवीर को सेना में स्थायी किया जायेगा और इससे आपसी घनिष्ठता बढ़ेगी.
भ्रम : सेना की क्षमता पर पड़ेगा असर?
सच्चाई : पहले साल जितने अग्निवीर भर्ती होंगे वे सेना के सिर्फ तीन फीसदी होंगे. चार साल बाद उन्हें सेना में स्थायी करने से पहले फिर से उनका टेस्ट होगा. ऐसे में सेना में भर्ती होने वाले लोग पेशेवर और जांचे परखे मिलेंगे.
भ्रम : 21 साल का युवा अनुभवहीन?
सच्चाई : सेना में अनुभवी लोगों से अधिक युवा जवान की संख्या होगी. मौजूदा योजना का लक्ष्य दोनों की हिस्सेदारी 50-50 फीसदी करने की है.
भ्रम : अग्निवीर समाज के लिए हो सकते हैं खतरा?
सच्चाई : ऐसा सोचना भारतीय सेना के सोच और मूल्यों का अपमान करना है. ऐसे युवा जो चार साल सेना की वर्दी पहनेंगे, वे जीवन भर देश के प्रति समर्पित रहेंगे.
केंद्र ने अग्निपथ भर्ती योजना में गुरुवार को बड़ा बदलाव किया. सरकार ने इस योजना का लाभ देने के लिए उम्मीदवारों की आयु सीमा 21 साल से बढ़ा कर 23 साल कर दी है. अभी तक भर्ती के लिए सरकार ने साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक की आयु निर्धारित की थी. हालांकि, सरकार ने उम्र की यह सीमा केवल इस साल के लिए बढ़ायी है.
वित्त मंत्रालय ने ‘अग्निवीर’ के लिए रोजगार के अवसर तलाशने को लेकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक की. वित्त मंत्रालय ने कहा कि बैंक कौशल बढ़ाने, कारोबार स्थापित करने के लिए शिक्षा और स्वरोजगार को लेकर उपयुक्त कर्ज सुविधाओं के माध्यम से अग्निवीर को मदद देने की संभावनाएं तलाशेंगे.
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) भी रक्षा अधिकारियों की सलाह से एक विशेष कार्यक्रम की शुरुआत की बात कही है. ताकि 10वीं कक्षा पास करने वाले अग्निवीरों को आगे शिक्षा ग्रहण करने में मदद मिल सके. साथ ही उन्हें उनके सेवा क्षेत्र के लिए पाठ्यक्रम विकसित करके 12वीं का प्रमाण पत्र लेने में सक्षम बनाया जा सके.