नयी दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा मामले में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने बड़ा खुलासा किया है. सीबीआई ने कहा है कि इस सौदे में पूर्व रक्षा सचिव की भूमिका पाई गई है, जिसके बाद जल्द ही टीम उनके खिलाफ चार्जशीट दायर कर सकती है.
हिंदुस्तान टाइम्स ने सीबीआई के के अधिकारी के हवाले से बताया कि 2010 में हुए रक्षा सौदे में घोटाले की प्रक्रिया में उस वक्त के रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा शामिल थे. अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद फरोख्त में 3727 करोड़ का ठेका दिया गया, जिसमें भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ और इसकी जांंच शुरू हुई.
सीबीआई ने आगे बताया कि इस टेंडर की शुरुआत 2005 मेंं शुरू हुई, टेंडर के लिए बैठक का नेतृत्व शशिकांत शर्मा ने ही किया. यह टेंडर 2010 में दिया गया, जिसके तहत 12 हेलीकॉप्टर आना था. इस टेंडर प्रकिया मेंं शर्मा के अलावा अन्य अधिकारी भी शामिल थे.
2013 से 2017 तक कैग प्रमुख रहे हैं शशिकांत शर्मा- बता दें कि शशिकांत शर्मा 2013 से 2027 तक भारत के कैग रहे हैंं. वे विनोद शर्मा के स्थान पर आए थे. शशिकांत शर्मा रक्षा मंत्रालय में सचिव के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं. शशिकांत शर्मा 1976 बैच के आईएएस हैं.
बता दें कि भारत सरकार ने आठ फरवरी 2010 को रक्षा मंत्रालय के जरिए ब्रिटेन की अगस्ता वेस्टलैंड इंटरनेशनल लिए को लगभग 55.62 करोड़ यूरो का ठेका दिया था, जिसमें बाद में कंपनी के बिचौलियों ने धोखाधड़ी करनी शुरू कर दी, जिसे देखते हुए तत्कालीन यूपीए की सरकार ने इस टेंडर को रद्द कर दिया.
Posted By : Avinish Kumar Mishra