गुजरात चुनाव 2022: बागियों पर बीजेपी का बड़ा एक्शन, निर्दलीय चुनाव लड़ रहे 7 नेताओं को किया सस्पेंड
Gujarat Election 2022: गुजरात में बागियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए बीजेपी ने रविवार को सात नेताओं को सस्पेंड कर दिया है. इन सभी ने पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल किया था.
Gujarat Election 2022: विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुजरात में बागियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए बीजेपी ने रविवार को सात नेताओं को सस्पेंड कर दिया है. इन सभी नेताओं ने पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल किया था. गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में सभी सात उम्मीदवार टिकट मांग रहे थे.
पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप
बीजेपी के एक पत्र में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के हवाले से खुलासा हुआ है कि इन विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में छह साल के लिए निलंबित किया गया है. इन सूची में मधु श्रीवास्तव, अरविंद लादानी, दीनू पटेल, हर्षद वसावा, धवल सिंह झाला समेत 7 नेताओं का नाम शामिल है. इनमें कई विधायक और पूर्व विधायक भी शामिल है.
बागी नेता बिगाड़ रहे बीजेपी का खेल?
बताते चलें कि गुजरात में 27 साल से सरकार चला रही बीजेपी के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें टिकी हैं. पार्टी एक बार फिर से गुजरात की सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरी ताकत के साथ जुटी है. लेकिन, बागी नेता पूरा खेल बिगाड़ने में लगे हैं. इसी के मद्देनजर, बागियों पर अब बीजेपी ने सख्त एक्शन लिया है. प्रदेश अध्यक्ष ने बागी नेताओं को पार्टी के विरुद्ध कार्य करने के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है. पार्टी से निष्कासित होने वाले अरविंद लदानी ने भी निर्दलीय पर्चा भरा था. प्रदेश अध्यक्ष के समझाने पर भी उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है. वहीं, वाघोडिया से बीजेपी की टिकट पर छह बार विधायक रहे मधु श्रीवास्तव को जब टिकट नहीं मिला, तो वे भी निर्दलीय मैदान में कूद गए थे.
बीजेपी के कई सीटिंग विधायकों का कटा टिकट
दिसंबर में होने जा रहे गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने करीब 42 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है. पार्टी के कई बड़े नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को टिकट से वंचित कर दिया गया है. बता दें कि 2017 के गुजरात चुनाव में बीजेपी ने 182 सीटों में से 99 सीटों पर जीत हासिल की थी. 2014 में प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले नरेंद्र मोदी राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं.