गुरुवार को एजेंसी के अनुरोध के बाद, गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) को प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) के तीन कथित सदस्यों को 1 जुलाई तक और हिरासत में लेने की अनुमति दे दी गई. तीनों आरोपियों को गुजरात एटीएस ने पोरबंदर रेलवे स्टेशन से पकड़ा और 9 जून को गिरफ्तार किया था
कथित तौर पर भारत से अफगानिस्तान जाने की योजना बना रहे आरोपियों ने खुरासान में आतंकी हमले की योजना बनाई थी. उन्हें पहले पोरबंदर अदालत ने 22 जून तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया था. अधिकारी ने कहा, ‘हमारा मानना है कि ये तीनों मुख्य आरोपी हैं और उन्होंने अब तक पूरी कहानी का खुलासा नहीं किया है. उनकी गिरफ्तारी के बाद, उनके संचालक सोशल मीडिया और अन्य जगहों से गायब हो गए हैं.
एटीएस के एक अधिकारी ने कहा कि 22 वर्षीय उबैद नासिर मीर, 34 वर्षीय सुमेराबेन मालेक और 30 वर्षीय जुबैर अहमद मुंशी, जिनकी हिरासत बढ़ा दी गई है, इस मामले में मुख्य आरोपी हैं. एटीएस के मुताबिक, मुंशी कश्मीर में आईएसकेपी मॉड्यूल की बैठकें आयोजित करने में शामिल था और हैंडलर्स के संपर्क में भी था.
उबैद और दो अन्य आरोपियों – हनान स्वाल, 22, और मोहम्मद हाजिम, 21, को गुजरात एटीएस ने पोरबंदर रेलवे स्टेशन से पकड़ा और 9 जून को गिरफ्तार किया, जबकि सुमेराबेन को उसके सूरत निवास से पकड़ा गया और 10 जून को गिरफ्तार किया गया. एटीएस के अनुसार, चारों ने अबू हमजा नाम के व्यक्ति को हैंडलर बताया था और जिसने उन्हें कट्टरपंथी बनाया था.