ओमिक्राॅन से निपटने के हमने सारी तैयारी कर ली है और उम्मीद करते हैं कि हमारे देश में स्थिति यूके की तरह बदतर ना हो. ओमिक्राॅन के बारे में अभी कुछ भी दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है. इसके बारे में जानने के लिए हमें और अधिक डाटा की जरूरत है. उक्त बातें एम्स के निदेशक डाॅ रणदीप गुलेरिया ने आज कही.
डाॅ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जैसा कि हमसब देख रहे हैं कि विश्व के कई इलाकों में ओमिक्राॅन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में हमें उनपर नजर रखने की जरूरत है और वहां की स्थिति के अनुसार ही अपने देश में तैयारी करनी चाहिए.
गौरतलब है कि देश में ओमिक्राॅन वैरिएंट का खतरा लगातार बढ़ रहा है और संक्रमण की संख्या 145 के पार पहुंच गयी है. आज गुजरात में एक तंजानिया का नागरिक ओमिक्राॅन से संक्रमित पाया गया है.
विश्व में ओमिक्राॅन के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथोनी फौसी ने कहा कि कोरोनावायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट पूरी दुनिया में तेजी से फैल है. उन्होंने अमेरिकियों के साथ-साथ अन्य लोगों से भी यह आग्रह किया कि वे ओमिक्राॅन से बचने के लिए मास्क पहनें और वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवायें.
डाॅ फौसी ने कहा कि ओमिक्राॅन वैरिएंट अत्यधिक संक्रामक है और यह काफी तेजी से लोगों को संक्रमित करता है. यही वजह है कि विश्व में ओमिक्राॅन संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम देश में ब्रेकथ्रू इंफेक्शन देखेंगे और अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में वैक्सीनेशन कम हुआ है वहां अस्पतालों पर बोझ ज्यादा बढ़ेगा.
हालांकि इन परिस्थतियों के बावजूद व्हाइट हाउस के मेडिकल एडवाइजर ने देश में लाॅकडाउन की स्थिति से इनकार किया है. लेकिन यह माना है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करना बहुत जरूरी है साथ ही उन्होंने यह भी माना है कि अस्पतालों पर ओमिक्राॅन की वजह से बोझ बढ़ेगा.
फौसी की टिप्पणी उस समय आयी है जब डब्ल्यूएचओ ने जानकारी दी है कि ओमिक्राॅन का खतरा विश्व के कम से कम 89 देशों में पहुंच चुका है और जहां भी भीड़ होगी वहां संक्रमण डेढ से तीन दिन में दोगुने हो जायेंगे. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि संक्रमण के लिहाज से ओमिक्राॅन डेल्टा वैरिएंट को पीछे छोड़ सकता है.