त्योहारों के दौरान सावधान रहे तो कोरोना पर कस सकती है लगाम, डाॅ रणदीप गुलेरिया ने कहा, ये हैं गाइडलाइन…
आने वाले दिनों में नवरात्रि, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा है जिसे देखते हुए बाजारों में भीड़ उमड़ने की आशंका है. यह कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रमुख कारण बन सकता है. यही वजह है कि कई राज्य सरकारों ने त्योहारों को देखते हुए गाइडलाइन जारी कर दी है
आगामी त्योहारों के दौरान अगर हम सतर्क रहे और 6-8 सप्ताह तक पूरी सावधानी और कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए निकाल दिया तो निश्चित रूप से देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आयेगी. यह एक तरह से कोरोना वायरस को पछाड़ने में हमारी बड़ी भूमिका होगी. उक्त बातें एक्स के डायरेक्टर डाॅ रणदीप गुलेरिया ने कही है.
त्योहारों के दौरान संक्रमण का खतरा
आने वाले दिनों में नवरात्रि, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा है जिसे देखते हुए बाजारों में भीड़ उमड़ने की आशंका है. यह कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रमुख कारण बन सकता है. यही वजह है कि कई राज्य सरकारों ने त्योहारों को देखते हुए गाइडलाइन जारी कर दी है ताकि त्योहारों के दौरान कोरोना वायरस का प्रसार ना हो.
During the festive season, we have to remain alert and vigilant. If we remain careful for the next 6-8 weeks, then we will be able to see a decline in the overall number of COVID19 cases: AIIMS Director Dr. Randeep Guleria pic.twitter.com/nwQoWKEXTo
— ANI (@ANI) October 1, 2021
Also Read: DU First Cut-Off: दिल्ली यूनिवर्सिटी की पहली कट ऑफ लिस्ट जारी, साइकोलॉजी के लिए 100 फीसदी रहा कट-ऑफ
दिल्ली में छठ पूजा पर प्रतिबंध
दिल्ली में डीडीएमए ने सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही पटाखा छोड़ने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है क्योंकि वायु प्रदूषण की वजह से कोरोना मरीजों सहित फेफड़े का संक्रमण झेल रहे अन्य लोगों को भी परेशानी होती है.
मुंबई में गरबा पर प्रतिबंध
मुंबई में गरबा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है क्योंकि इसके आयोजन में लोगों का जुटान बहुत ज्यादा होता है. इसलिए वायरस के प्रसार की संभावना बहुत ज्यादा है. महाराष्ट्र सरकार ने दुर्गा पूजा के दौरान मूर्तियां स्थापित करने को लेकर भी गाइडलाइन जारी किया है.
बंगाल में क्या है गाइडलाइन
बंगाल में दुर्गा पूजा को लेकर जो गाइडलाइन जारी की गयी है उसके अनुसार पंडाल घूमने वालों के लिए वैक्सीन का दोनों डोज लेना अनिवार्य है. साथ ही कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन भी जरूरी होगा. हालांकि यहां पूजा के दौरान सभी परंपराओं का निर्वहन किया जायेगा.
Posted By : Rajneesh Anand