Corona : कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर देश भर में कई सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया जा रहा है. अस्पतालों में ऐसे मरीजों के लिए अलग व्यवस्था की गई है साथ ही कई एयरपोर्ट पर कोरोना मरीजों की जांच की जा रही है. लेकिन, इस बीच लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर यह वैरिएंट कितना खतरनाक है. ऐसे में एम्स के पूर्व निदेशक ने इसे लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बताया है कि कोरोना का नया सब वैरिएंट जेएन.1 कितना ज्यादा संक्रामक है.
सब वैरिएंट जेएन.1 बहुत ही ज्यादा तेजी से फैलने वाला
एम्स के पूर्व निदेशक और वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रणदीप गुलेरिया ने शनिवार को कहा कि कोरोना का नया सब वैरिएंट जेएन.1 बहुत ही ज्यादा तेजी से फैलने वाला है. लेकिन साथ ही उन्होंने राहत की एक बात बताई है कि यह ज्यादा प्रभाव किसी पर नहीं दे रहा या इस संक्रमण की वजह से किसी को अस्पताल में गंभीर स्थिति में भर्ती होने की नौबत नहीं आएगी. हालांकि, रणदीप गुलेरिया ने यह भी कहा कि वैरिएंट धीरे-धीरे हावी होता जा रहा है.
सब वैरिएंट से मेन वैरिएंट में बदल रहा!
मीडिया एजेंसी ANI से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह कहा है कि यह संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है और धीरे-धीरे यह एक सब वैरिएंट से मेन वैरिएंट में बदल रहा है. उन्होंने कहा कि यह ज्यादा वायरल का कारण बन रहा है लेकिन, जो डाटा अभी सामने आया है उसके अनुसार, यह गंभीर संक्रमण या अस्पताल में भर्ती होने का कारण नहीं बन रहा है. साथ ही डॉक्टर ने यह भी बताया कि वायु के रास्ते से यह संक्रमण सबसे अधिक फैल रहा है. बुखार, खांसी, सर्दी, गले में खराश, नाक बहना और शरीर में दर्द इसके प्रमुख लक्षण है.
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भारत में JN.1 वैरिएंट
भारत में अब तक नए कोविड वैरिएंट के 22 मामले सामने आए हैं, जिससे पूरे देश में चिंता फैल गई है. पहला केस केरल में 79 साल की महिला में मिला था. कुल मामलों में से, 19 गोवा में, एक-एक केरल और महाराष्ट्र में पाए गए हैं, जबकि एक मामले का विवरण अभी तक सामने नहीं आया है. इस बीच, शनिवार को, भारत ने 24 घंटों में कुल 752 मामले दर्ज किए, जो 21 मई के बाद से एक दिन की सबसे अधिक वृद्धि है. सक्रिय मामलों की संख्या 3,420 थी.
लोगों के लिए एडवाइजरी जारी
डबल्यूएचओ ने लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है जिसमें कहा गया है कि लोग भीड़-भाड़ वाले, बंद या खराब हवा वाले इलाकों में मास्क पहनें. साथ ही जहां तक संभव हो दूसरों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें. ऐसे में कहा जा सकता है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट इतना भी हल्के में लेने वाली बात नहीं है. इसके लिए उचित सावधानी बरतनी होगी. हालांकि, भारत में इसके मामले अभी संयमित है लेकिन, भारत सरकार ने भी निगरानी रखनी शुरू कर दी है.