बीते कुछ दिन पहले स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक फैसला लिया गया था कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences,AIIMS) में 80 फीसदी नर्सिंग का पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए जाएंगे. इसकी वजह ये बताई गई थी कि कई विभागों में मरीजों की अच्छे से देखभाल के लिए महिलाओं की जरूरत पड़ती है.
इसके बाद मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक न्यूज तेजी वायरल हो रहा है. जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के एक कथित ट्वीट जिसमें 80 फीसदी नर्सिंग का पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए जाएंगे. और एम्स जैसे संस्थानों में 80:20 की तर्ज पर बहाली होगी. वहीं, इस फैसले के विरोध में नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों ने #Save_male_nurses नाम से हैशटैग चला कर सोशल मीडिया पर इसका विरोध भी किया था.
जब वायरल हो रही इस पोस्ट की पड़ताल पीआईबी फैक्ट ने की तो उसमें यह पोस्ट पूरी तरह से फर्जी पाया गया. पीआईबी फैक्ट चेक ने पूरी पड़ताल करने के बाद अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है. पीआईबी ने लिखा- दावा: डॉ हर्षवर्धन के नाम से एक कथित ट्वीट में दावा किया जा रहा है कि चिकित्सा मंत्री ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नर्सिंग भर्तियों में लगे 80:20 अनुपात को समाप्त करने का आदेश दिया है. PIB Fact Check में यह ट्वीट फर्जी है. @drharshvardhan ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया है.
दावा: डॉ हर्षवर्धन के नाम से एक कथित ट्वीट में दावा किया जा रहा है कि चिकित्सा मंत्री ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नर्सिंग भर्तियों में लगे 80:20 अनुपात को समाप्त करने का आदेश दिया है।#PIBFactCheck: यह ट्वीट फर्जी है। @drharshvardhan ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया है। pic.twitter.com/k4OM9blP6P
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 4, 2021
वायरल ट्वीट का असली सच : तेजी से वायरस हो रही इस ट्वीट का सच देखने के लिए जब इसकी तुलना डॉ. हर्षवर्धन के असली ट्वीट से की गई तो ट्वीट के फर्जी होने का प्रमाण भी मिल गया. डॉ. हर्षवर्धन के असली ट्विटर अकाउंट में उनका नाम ‘Dr Harsh Vardhan’ लिखा हुआ है. वहीं, वायरल हो रहे ट्वीट में उनका नाम ‘dr harsh vardhan’ लिखा है. इसके अलावा वायरल हो रहे ट्वीट में व्याकरण संबंधी भी गलतियां हैं. वायरल ट्वीट में ‘लागू’ की जगह ‘लागु’ लिखा हुआ है.
Also Read: गाजियाबाद श्मशान घाट हादसा: 25 हजार का इनामी मुख्य आरोपी गिरफ्तार, हादसे के बाद से था फरारडॉ. हर्षवर्धन बोले, फर्जी है ट्वीट : खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ट्वीट कर इसे वायरल हो रहे इस ट्वीट को फर्जी करार दिया है. उन्होंने लिखा है नर्सिंग स्टाफ से संबंधित एक नकली ट्वीट को कुछ शरारती तत्व गलत मंशा से शेयर कर रहे हैं.
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