नई दिल्ली : एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि तालिबान के बारे में मोदी सरकार का पोजिशन क्या है? वे आतंकवादी हैं या नहीं हैं? भारत अगर तालिबान को आतंकवादी मानता है, तो क्या उनको यूएपीए की लिस्ट में शामिल करेगा? उन्होंने कहा कि भारत सरकार तालिबान के मामले में अपना रुख स्पष्ट करना होगा.
भारत के राजदूत का दोहा में तालिबानी कार्यालय के मुखिया से मुलाकात पर सवाल खड़ा करते हुए ओवैसी ने सवाल पूछा कि गवर्नमेंट क्यों शरमा रही है? क्यों शरमा रही है. पास आते भी नहीं, चिलमन से हटते भी नहीं. अरे, ये परदे से झांक-झांक कर क्यों मोहब्बत कर रहे हैं. अरे, खुल के बोलिए न. देश के मामले में, देश की सिक्योरिटी के मामले में सरकार को जवाब देना पड़ेगा, जो हम उठा रहे हैं.
WATCH | "It's a matter of national security," AIMIM chief Asaduddin Owaisi raises questions on India ambassador to Qatar's meet with Taliban in Doha.
He said Centre must clear India's stand on Taliban whether Centre see them as a terrorist organisation or not? pic.twitter.com/ejEw3xf0A9
— ANI (@ANI) September 2, 2021
बता दें कि कतर की राजधानी दोहा में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने मंगलवार को तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई से मुलाकात की. दोनों पक्षों के बीच पहला उच्च स्तरीय संपर्क उस दिन हुआ है, जब अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी के अभियान को पूरा किया था.
जब ओवैसी से सवाल किया गया कि पाकिस्तान ये मान रहा है कि उसका सालों से तालिबान के साथ उसका रिश्ता रहा है? तो उन्होंने कहा कि …और हम उन्हें अपनी सरजमीं पर बुलाते हैं, चाय पिलाते हैं, बिस्कुट खिलाते हैं, कबाब खिलाते हैं. ये क्या बात हो गई.
उन्होंने आगे कहा कि जब पाकिस्तान इस बात को मान रहा है, तो क्या आप तालिबान के लोगों को बुलाकर कबाब खिलाएंगे? ओवैसी ने कहा कि ये बिल्कुल सही है कि पाकिस्तान और तालिबान का रिश्ता कभी खत्म नहीं होगा.