PFI Banned: हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) प्रतिबंध की कार्रवाई पर आपत्ति जाहिर करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है. सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि मैं पीएफआई के दृष्टिकोण का विरोध करता हूं, मगर इस संगठन पर प्रतिबंध का समर्थन नहीं किया जा सकता है.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि हमने हमेशा पीएफआई के दृष्टिकोण का विरोध किया है. लेकिन, कट्टरपंथी संगठन पर प्रतिबंध का समर्थन नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अपराध करने वाले कुछ व्यक्तियों के कार्यों का मतलब यह नहीं है कि संगठन को ही प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. ओवैसी ने कहा कि मैंने हमेशा लोकतांत्रिक दृष्टिकोण का समर्थन किया है. उल्लेखनीय है कि सरकार ने कथित रूप से आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता और आईएसआईएस (ISIS) जैसे आतंकवादी संगठनों से संबंध होने के कारण पीएफआई और उससे संबद्ध कई अन्य संगठनों पर बुधवार को 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया है.
AIMIM Chief, Asaduddin Owaisi says "PFI ban cannot be supported," also adds, "Actions of some individuals who commit a crime does not mean that the organisation itself must be banned" pic.twitter.com/218wc81njN
— ANI (@ANI) September 28, 2022
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस तरह से किसी संगठन को प्रतिबंधित करना खतरनाक है. क्योंकि, यह किसी भी उस मुसलमान पर प्रतिबंध है, जो अपने मन की बात कहना चाहता है. ओवैसी ने कहा कि जिस तरह से भारत की चुनावी निरंकुशता फासीवाद के करीब पहुंच रही है, भारत के काले कानून गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत अब हर मुस्लिम युवा को पीएफआई पर्चे के साथ गिरफ्तार किया जाएगा.