जब हाईकोर्ट ने यह माना है कि देश में मुसलमान सामाजिक और शैक्षणिक्ष रूप से पिछड़े हैं, तो फिर आजतक उनके लिए आरक्षण की व्यवस्था क्यों नहीं की गयी? उक्त सवाल किया है एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह मुसलमानों के साथ अन्याय है कि वे सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हैं बावजूद इसके उन्हें आजतक आरक्षण का लाभ नहीं मिला है. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अविलंब आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए.
We will peacefully protest & hold public awareness programs in different districts of Maharashtra for Muslim reservation & protection of Waqf properties. Maharashtra govt should bring a bill in the upcoming Assembly session for the reservation: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/w9KWGkrysq
— ANI (@ANI) November 18, 2021
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ओवैसी ने कहा कि हम मुसलमानों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर पूरे महाराष्ट्र में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे. मुसलमानों के आरक्षण की मांग को लेकर हम विभिन्न जिलों में जागरूकता अभियान चलायेंगे. साथ ही वक्फ बोर्ड की संपत्ति की सुरक्षा की मांग भी करेंगे. महाराष्ट्र सरकार को चाहिए कि वो मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए विधानसभा के अगले सत्र में बिल लाये.
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों के बीच अपनी पैठ और मजबूत करने के लिए अब आरक्षण का शिगूफा छोड़ा है. अगर वे मुसलमानों के आरक्षण की मांग को जोरदार तरीके से उठा सकें, तो बेशक मुसलमान उन्हें अपना लीडर मानेंगे, ऐसा राजनीति के जानकारों का कहना है.
Posted By : Rajneesh Anand