Air India Urinating Case: न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट के बिजनेस क्लास में हुए पेशाब कांड को लेकर एक को-पैसेंजर का बयान भी सामने आया है. आरोपी शंकर मिश्रा के साथ ऑडियोलॉजी डॉक्टर सुगाता भट्टाचार्य भी सफर कर रहे थे. उन्होंने फ्लाइट में हुए कांड के बारे में विस्तार से बताया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर सुगाता भट्टाचार्य ने कहा कि आरोपी शंकर मिश्रा पहले से ही काफी नशे में थे. हमने क्रू मेंबर्स से मना किया कि वो उनको और शराब न परोसे. लेकिन, बाद में उन्होंने चार पैग शराब और पी ली. इसके बाद वो एकदम बेसुध हो गए और नशे की हालत में सीट के बगल में बैठी बुजुर्ग महिला पर पेशाब कर दी. फ्लाइट के क्रू ने बुजुर्ग महिला यात्री की सीट की सफाई की. लेकिन, कंबल से बहुत बदबू आ रही थी. महिला ने नई सीट देने का अनुरोध किया. क्रू मेंबर्स उनको नई सीट दे सकता था. हालांकि, बुजुर्ग महिला को शांत करने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया.
Only option for her was to move to 1st class as business class was full, what they (flight crew) did was clean her seat & kept blankets on seat smelling of urine. They could've given Shankar Mishra's seat but they didn't do anything to pacify distressed passenger: S Bhattacharjee pic.twitter.com/HEEEX9mhRa
— ANI (@ANI) January 8, 2023
सुगाता भट्टाचार्य ने कहा कि वह बिजनेस क्लास की पहली पंक्ति में 8ए पर आरोपी शंकर मिश्रा के बगल में बैठे थे, जो 8सी सीट पर था. उन्होंने बताया कि पीड़ित महिला काफी सभ्य थीं. दो जूनियर एयर होस्टेस ने उन्हें साफ किया. मैं उनके एक सीनियर के पास गया और बुजुर्ग महिला के लिए नई सीट देने को कहा तो उन्होंने साफ मना कर दिया. हालांकि, उन्होंने कहा कि वे ऐसा नहीं कर सकती, क्योंकि उन्हें कप्तान से अनुमति लेनी थी. भट्टाचार्य ने कहा कि उनके लिए एकमात्र विकल्प फर्स्ट क्लास में जाना था. क्योंकि, बिजनेस क्लास की सभी सीटें भरीं हुईं थीं. फ्लाइट क्रू ने सीट को साफ किया और पेशाब की गंध वाली सीट पर कंबल रख दिए.
डॉक्टर भट्टाचार्य कहते हैं कि दोपहर के भोजन के तुरंत बाद फ्लाइट में दोपहर का भोजन परोसा गया और रोशनी बंद कर दी गई. बिजनेस क्लास की सीट पर बैठा नशे में धुत आरोपी बुजुर्ग महिला की सीट पर चला गया और उसने अपने पैंट की जिप खोली पैंट और उस पर पेशाब किया. जबकि, शौचालय उनकी सीट के पीछे चार पंक्तियों में था. भट्टाचार्य के मुताबिक जब शंकर मिश्रा उन पर गिरे तो उनकी नींद उड़ गई थी. उन्होंने कहा कि शुरुआत में मुझे लगा कि खराब उड़ान के कारण उनका संतुलन बिगड़ गया है. हालांकि, जब मैं शौचालय जा रहा था तो मैंने 9ए और 9सी के अपने दो साथी यात्रियों को परेशानी में देखा. वो पूरा एरिया गीला हो गया था. उन्होंने लिखा कि हम यह जानकर चौंक गए कि मेरा सह-यात्री इतना नशे में था कि वह अगली पंक्ति में गया और उस पर पेशाब कर दिया.
70 वर्षीय पीड़िता द्वारा एयर इंडिया के चालक दल के खिलाफ इसी तरह का आरोप लगाने के बाद भट्टाचार्जी का यह खुलासा सामने आया है. बताते चलें कि न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइन को एक हस्तलिखित शिकायत में ऑडियोलॉजी के डॉक्टर ने पहले कहा था कि प्रथम श्रेणी में चार सीटें खाली होने के बावजूद महिला यात्री को उसकी गंदी सीट पर वापस जाने के लिए मजबूर किया गया था. उन्होंने बताया कि 20 मिनट तक खड़े रहने के बाद पीड़िता को एयरलाइन कर्मचारियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक छोटी सी सीट की पेशकश की गई, जहां वह लगभग दो घंटे तक बैठी रही. इसके बाद उन्हें अपनी सीट पर लौटने को कहा गया. जब उसने इनकार कर दिया तो पीड़िता को बाकी यात्रा के लिए स्टीवर्ड की सीट की पेशकश की गई.