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Delhi Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण से मिली थोड़ी राहत, AQI 303

Air pollution decreased in Delhi शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है. 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब तथा 401 और 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है.

दिल्ली में तेज हवाओं के कारण वायु प्रदूषण कुछ कम हुआ. हालांकि, पराली जलाये जाने के कारण हवा की गुणवत्ता भी पूरी तरह सुधार नहीं हो पायी है. दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शनिवार को 303 रिकॉर्ड किया गया. जो शुक्रवार के 346 से बेहतर है. बृहस्पतिवार को औसत सूचकांक 295 था.

शून्य से 50 के बीच एक्यूआई माना जाता है अच्छा

शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है. 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब तथा 401 और 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है.

Also Read: Delhi Pollution : वायु प्रदूषण से दिल्ली में बढ़ रहीं स्किन की गंभीर समस्याएं, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

हवा के कारण वायु गुणवत्ता में हुआ सुधार

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने कहा कि दिन में दिल्ली में 18-20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के कारण हवा की गुणवत्ता और दृश्यता में सुधार हुआ.

दिल्ली-एनसीआर में जीआरपी के चरण तीन के तहत प्रतिबंध जारी

दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी के चरण तीन (गंभीर) के तहत प्रतिबंध जारी रहेगा क्योंकि इस क्षेत्र में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और तोड़फोड़ कार्य प्रतिबंधित हैं. ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर को भी संचालित करने की अनुमति नहीं है.

दिल्ली में वायु प्रदूषण की मुख्य वजह पराली जलाना

दिल्ली में वायु प्रदूषण की मुख्य वजह पराली जलाने को बताया जाता है. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं शुक्रवार को 3916 से कम होकर शनिवार को 2467 पर पहुंच गई. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार, दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली के प्रदूषण की हिस्सेदारी शुक्रवार को 19 प्रतिशत से घटकर शनिवार को 17 प्रतिशत हो गई.

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