Air Pollution In Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण से हर कोई परेशान है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर NCR और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने शनिवार को निर्माण कार्य से संबंधित गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) उप-समिति ने वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए पूरे एनसीआर में जीआरएपी के तीसरे चरण को लागू करने का निर्णय लिया है.
एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि इस विज्ञप्ति के तहत सेंट्रल विस्टा जैसी विशेष परियोजनाओं और राष्ट्रीय जरूरत की अन्य परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की बिगड़ती वायु गुणवत्ता को संबोधित करने के लिए एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में CQM की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत कार्रवाई करने के लिए उप-समिति ने एक आपातकालीन बैठक की.
बैठक के दौरान समग्र वायु गुणवत्ता मानकों की व्यापक समीक्षा करते हुए, आयोग ने कहा कि प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण धीमी हवा की गति और खेत में आग की घटनाओं में अचानक वृद्धि के कारण पूरे एनसीआर में तत्काल प्रभाव से जीआरएपी के चरण III को लागू करना आवश्यक माना जाता है.
सीएक्यूएम के आधिकारिक बयान में लिखा हुआ है, “गतिशील मॉडल और मौसम/मौसम संबंधी पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता 29.10.2022 से 30.10.2022 तक बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में रहने की संभावना है. हवा की गुणवत्ता बिगड़ने और गंभीर रहने की संभावना है. 31.10.2022 से 01.11.2022 तक श्रेणी और बाद के 6 दिनों के लिए, हवा की गुणवत्ता गंभीर से बहुत खराब श्रेणी के बीच उतार-चढ़ाव की संभावना है.”
सीएक्यूएम ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में हवाओं के शांत रहने का अनुमान है और हवा की दिशा बार-बार बदलने की संभावना है. इस प्रकार, इस क्षेत्र में प्रदूषकों के फंसने और प्रभावी ढंग से नहीं फैलने की उच्च संभावना है. इसके अलावा, सीएक्यूएम ने एनसीआर के नागरिकों से जीआरएपी को लागू करने में सहयोग करने और जीएआरपी के तहत सिटीजन चार्टर में उल्लिखित चरणों का पालन करने की अपील की.