नई दिल्ली, अहमदाबाद और मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस का जल्द ही कायाकल्प होने वाला है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन स्टेशनों के पुनर्विकास को मंजूरी दे दी है. दरअसल, भारतीय रेलवे ने इन स्टेशनों के पुनर्विकास को लेकर एक प्रस्ताव दिया था. जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी. इस पुनर्विकास में 10 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बात कही है.
रेल सेवा के साथ एकीकृत होंगी ये सेवाएं: इन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास को लेकर मीडिया से बातचीत में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन बसों, ऑटो और मेट्रो सेवाओं के साथ ट्रेन सेवाओं को ङी एकीकृत करेगा. वहीं, उन्होंने कहा कि अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का जो नया स्वरूप होगा वो मोडेरा के सूर्य मंदिर से प्रेरित है. सीएसएमटी के हेरिटेज भवन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. लेकिन आसपास की इमारतों को विकसित किया जाएगा.
सुरक्षा, सुविधा और तकनीक पर फोकस: रेल मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और तकनीक को लेकर खास फोकस कर रही है. इसी तर्ज पर नई दिल्ली, अहमदाबाद और सीएसएमटी मुंबई के रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा. जहां साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा और तकनीक समेत सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा.
199 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास: गौरतलब है कि देश में 199 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के प्रस्ताव पर काम चल रहा है. इनमें से 47 स्टेशनों पर काम के लिए टेंडर जारी किया गया है. यही नहीं 32 रेलवे स्टेशनों पर काम शुरू भी कर दिया गया है. रेल मंत्री ने कहा है कि पुनर्विकास के तहत इन स्टेशनों पर रूफ प्लाजा बनाया जाएगा. इस रूफ प्लाजा में खाने पीने के सामान, बच्चों के खेलने के लिए जगह के साथ-साथ कई और चीजें होंगी.