असम के गुवाहाटी में बीते दिनों बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम से जुड़े 12 जिहादियों को हिरासत में लिया गया था. अब गुवाहाटी के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल (AIUDF chief Badruddin Ajmal) ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने कहा, ऐसे लोगों की वजह से पूरे मुस्लिम समुदाय को जिहादी कहा जाता है… यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है. ऐसे में आतंकवादी को गोली मार देनी जाहिए. इनके लिए कोई जगर नहीं है.
बदरुद्दीन अजमल ने कहा, आतंकवादियों के कारण पूरे मुस्लिम समुदाय को जिहादी कहा जाता है… यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है. सरकार को उन्हें रोकना है, उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और अपनी खुफिया जानकारी को मजबूत करना चाहिए. उन्होंने कहा, हमें उनसे (मदरसों में बुरे तत्व) कोई सहानुभूति नहीं है. सरकार उन्हें जहां भी मिले, उन्हें गोली मार देनी चाहिए. यदि मदरसों में 1-2 खराब शिक्षक पाए जाते हैं, तो सरकार को हिरासत में लेना चाहिए और जांच पूरी होने के बाद उन्हें उठा लेना चाहिए, वे जो चाहें करें.
We have no sympathy for them (bad elements in madrasas). Govt should shoot them wherever they find them. If 1-2 bad teachers are found at madrasas, Govt should impose detentions & pick them up once inquiry completes, do whatever they want: AIUDF chief Badruddin Ajmal, in Guwahati pic.twitter.com/2fnCiSIdz6
— ANI (@ANI) August 6, 2022
असम में बीते दिनों दो जिलों से बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम से जुड़े 12 जिहादियों को गिरफ्तार किया गया था. मोरीगांव जिले सात और लोगों को इसी संगठन के लिंकमैन होने के संदेह में पकड़ा गया था. मामले में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान में बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है. इस मामले के बाद प्रशासन ने उस मदरसे पर बुलडोजर चलवा दिया था.
But if the entire Muslim community is called jihadi due to them…It is not jihad, it is terrorism. Govt has to stop them, they should protect their borders and strengthen their Intelligence: AIUDF chief Badruddin Ajmal, in Guwahati, Assam pic.twitter.com/OGGhtV334w
— ANI (@ANI) August 6, 2022
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर अर्थव्यवस्था की प्रगति में बाधा डालने के लिए हमला किया और आरोप लगाया कि “भारत का पैसा वित्त मंत्री के पास है.” केंद्र पर तीखा हमला करते हुए, AIUDF प्रमुख ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार को आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण स्थिति पर ध्यान देना चाहिए अन्यथा मुद्रास्फीति 2024 में उनकी सरकार को खा जाएगी.