भारत के ‘जेम्स बॉन्ड’ से क्यों डरता है पाकिस्तान? क्या है इसके पीछे का कारण

Ajit Doval: अजीत डोभाल ने अपने जीवन में कई बार आतंकवादी विरोधी अभियान में अहम भूमिका निभाई है. आइए आज उनके जन्मदिन के अवसर पर किए जीवन काल के कुछ बड़े उपलब्धियों के बारे में बताते हैं.

By Ayush Raj Dwivedi | January 20, 2025 5:53 PM

Ajit Doval: अजित डोभाल एक ऐसा नाम जिनको लेकर दुश्मनों में नाम सुनकर ही खौफ में आ जाता है. अजित डोभाल भारत के मौजूद समय में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं. जिन्हें भारत का ‘जेम्स बॉन्ड’ भी कहा जाता है. देश के सुरक्षा मामलों में मोदी सरकार में इन्होंने कई बार बड़ी भूमिका निभाई है. अजित डोभाल का जन्म 20 जनवरी साल 1945 को हुआ था और आज इनका जन्मदिन भी है.

कैसा रहा है अजीत डोभाल का करियर

अजीत डोभाल का जन्म 1945 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के घिरी बनेलस्यूं गांव में हुआ था. उनके पिता मेजर जीएन डोभाल भारतीय सेना के बड़े अधिकारी थे. डोभाल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अजमेर के अजमेर मिलिट्री स्कूल से की और 1967 में आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रैजुएशन किया. साल 1968 में वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में केरल कैडर से चुने गए और मिजोरम, पंजाब और कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

साहसिक रहा है अजित डोभाल का जीवन(Ajit Doval)

डोभाल का करियर बेहद रोमांचक और साहसिक रहा है. 1980 के दशक में मिजो एकॉर्ड, 1984 के सिख दंगों के दौरान पाकिस्तान में जासूस के रूप में कार्य, 1988 में ऑपरेशन ब्लैक थंडर और 1999 में कंधार विमान अपहरण संकट जैसी घटनाओं में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही. ऑपरेशन ब्लैक थंडर के दौरान, वह तीन महीने तक आतंकवादियों के बीच छिपे रहे और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) का ऑपरेशन सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इसके लिए उन्हें कार्ति चक्र से सम्मानित किया गया था.

कंधार में हुए विमान अपहरण के समय चर्चा में आए

1999 में कंधार विमान अपहरण संकट के दौरान, जब एयर इंडिया के विमान IC-814 को आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया था, अजीत डोभाल ने अपनी भूमिका निभाई. उन्होंने आतंकवादियों से बात करने के लिए कंधार जाकर विमान के अंदर भी प्रवेश किया और अंततः यात्रियों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की. उनकी कोशिशों ने भारत की कूटनीतिक और सुरक्षा रणनीतियों को न केवल मजबूत किया, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय हीरो का दर्जा दिलाया. अजित डोभाल ने मोदी सरकार के कार्यकाल में कई बार बड़ी भूमिका निभाई है. बात चाहे सर्जिकल स्ट्राइक की हो या फिर एयर स्ट्राइक अजित डोभाल ने पाकिस्तान के खिलाफ कई ऑपरेशन में अपनी भूमिका निभाई है.

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