अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 69 वें राष्ट्रीय अधिवेशन की औपचारिक शुरुआत शुक्रवार को हुई. दिल्ली के बुराड़ी स्थित डीडीए ग्राउंड पर आयोजित हो रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में देश के लगभग दस हजार से अधिक छात्र शिरकत कर रहे हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना के 75वें वर्ष में आयोजित अमृत महोत्सव राष्ट्रीय अधिवेशन में नारी शक्ति वंदन अधिनियम, राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया. साथ ही इसमें विभिन्न विषयों पर मंथन किया गया जायेगा.
अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रों की आवाज को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है. यह दुनिया का सबसे बड़ा छात्र संगठन है और सौभाग्य की बात है कि मेरा भी कभी इससे जुड़ाव रहा है. यह दुनिया का इकलौता छात्र संगठन जो शिक्षा जगत की कमियों को दूर करने के साथ ही छात्रों में चरित्र निर्माण का काम भी कर रहा है.
गृह मंत्री ने कहा कि पहले विद्यार्थी परिषद में पंडाल के आखिरी में बैठने वाला व्यक्ति आज मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित है. यह मेरे लिए गौरव की बात है. विद्यार्थी परिषद कठिन हालात में संघर्ष करते हुए ज्ञान, एकता के मूल मंत्र को सहेजकर देश निर्माण में अहम योगदान दिया है. संगठन अपनी यात्रा में कभी रास्ते से नहीं भटका और सरकारों को भी नहीं भटकने दिया.
आपातकाल के खिलाफ विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने संघर्ष किया और कई कार्यकर्ताओं को जेल भी जाना पड़ा. लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने भी छात्र संगठन के काम का सराहा था. विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने महिला शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, स्वास्थ्य एवं स्वावलंबन की दिशा में लगातार काम कर रहा है. उन्होंने विधानसभा और विधानपरिषद में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण देने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 का स्वागत करते हुए कहा कि इससे महिला सशक्तिकरण का काम तेज गति से होगा.