अलका मित्तल बनी ओएनजीसी की पहली महिला प्रमुख, अंतरिम चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त की गयीं
अलका मित्तल सुभाष कुमार की जगह लेंगी. सुभाष कुमार 31 दिसंबर को रिटायर हुए हैं. अलका मित्तल ने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर और वाणिज्य में डॉक्टरेट किया है.
ओएनजीसी ने अलका मित्तल को कंपनी की अंतरिम चेयरमैन एवं एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है. अलका मित्तल की नियुक्ति ऐतिहासिक इसलिए है क्योंकि वह देश की सबसे बड़ी तेल और गैस उत्पादक कंपनी की पहली महिला प्रमुख बन गयी हैं.
अलका मित्तल सुभाष कुमार की जगह लेंगी. सुभाष कुमार 31 दिसंबर को रिटायर हुए हैं. अलका मित्तल ने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर और वाणिज्य में डॉक्टरेट किया है. अलका मित्तल 27 नवंबर, 2018 को ओएनजीसी के निदेशक मंडल में शामिल हुई थीं और यह उपलब्धि हासिल करने वाली भी वह पहली महिला थीं.
-
अलका मित्तल सुभाष कुमार की जगह लेंगी
-
अलका मित्तल ने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर और वाणिज्य में डॉक्टरेट किया है
-
2018 में ओएनजीसी के निदेशक मंडल में शामिल हुई थीं
अलका मित्तल 59 साल की है और किसी तेल एवं गैस अन्वेषण और उत्पादन कंपनी की प्रमुख बनने वाली वह पहली महिला हैं. कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने तीन जनवरी को जारी अपने एक आदेश में कहा, मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के ओएनजीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पद का अतिरिक्त प्रभार अलका मित्तल को सौंपने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
डीओपीटी ने अपने आदेश में कहा -अलका मित्तल एक जनवरी, 2022 से छह महीने की अवधि या अगले आदेश तक ओएनजीसी की अंतरिम चेयरमैन रहेंगी. इससे पहले निशि वासुदेव किसी तेल कंपनी की प्रमुख बनने वाली पहली महिला थीं. उन्होंने 2014 में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की बागडोर संभाली थी.
ओएनजीसी ने ट्वीट कर कहा, कंपनी की निदेशक (मानव संसाधन) अलका मित्तल को ओएनजीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. इसी के साथ वह कंपनी प्रमुख का पदभार संभालने वाली पहली महिला बन गयी हैं. उन्होंने 1985 में ओएनजीसी ज्वाइन किया था.