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फ्रांस के विरोधियों पर बोले PM मोदी, आतंकवाद के समर्थन में कुछ लोग खुलकर आये हैं सामने

अहमदाबाद : गुजरात के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) के पास सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti) को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आतंकवाद और कट्टरपंथी पर जमकर हमला बोला है. गुरुवार को फ्रांस में हुए आतंकी (French Terrorist Attack) हमले के बाद भारत सहित कई देशों में लोग इसके समर्थन में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. बिना किसी का नाम लिए इसपर करारा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि बीते कुछ समय से दुनिया के अनेक देशों में जो हालात बने हैं, जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद (Terrorism) के समर्थन में खुलकर सामने आ गये हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2020 11:08 AM

अहमदाबाद : गुजरात के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) के पास सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti) को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आतंकवाद और कट्टरपंथी पर जमकर हमला बोला है. गुरुवार को फ्रांस में हुए आतंकी (French Terrorist Attack) हमले के बाद भारत सहित कई देशों में लोग इसके समर्थन में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. बिना किसी का नाम लिए इसपर करारा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि बीते कुछ समय से दुनिया के अनेक देशों में जो हालात बने हैं, जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद (Terrorism) के समर्थन में खुलकर सामने आ गये हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है. शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है. आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता. बता दें कि फ्रांस की एक पत्रिका में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छपने के बाद नीस में चर्च के पास आतंकी हमला हुआ और तीन लोग मारे गये.

इस कार्टून पर भारत के कई शहरों में भी एक समुदाय के लोग सड़क पर उतरे और फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रो के खिलाफ नारेबाजी की गयी. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी विविधता ही हमारा अस्तित्व है. हम एक हैं तो असाधारण हैं. लेकिन साथियों, हमें ये भी याद रखना है कि भारत की ये एकता, ये ताकत दूसरों को खटकती भी रहती है. कुछ लोग हमारी इस विविधता को ही वो हमारी कमजोरी बनाना चाहते हैं. ऐसी ताकतों को पहचानना जरूरी है, सतर्क रहने की जरूरत है.

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पीएम मोदी ने विपक्ष पर बोला हमला

विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी. ये तस्वीर थी पुलवामा अतंकी हमले की. देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे. वो पुलवामा हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे. देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिये गये. देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी.

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मोदी ने कहा कि मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें. ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पायेंगे और न ही अपने दल का. हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है. जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी.

क्या है फ्रांस हमले की कहानी

गुरुवार को नीस शहर में एक गिरिजाघर में एक हमलावर ने चाकू से हमला कर तीन लोगों को मार दिया. फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रो ने इसे आतंकी हमला बताया और कहा कि इस प्रकार के चरमपंथ का हमारे देश में कोई स्थान नहीं. यह पिछले दो महीनों में फ्रांस में इस तरह का तीसरा हमला है. इससे पहले साल 2016 में बास्तीन डे परेड के दौरान एक हमलावर ने भीड़ में ट्रक घुसा दी थी, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गयी थी. नीस के मेयर क्रिस्चियन एस्त्रोसी ने बीएफएम टेलीविजन को बताया कि वह (हमलावर) घायल होने के बाद भी बार-बार ‘अल्लाह अकबर’ चिल्ला रहा था.

फ्रांस के खिलाफ कई देशों में हो रहा विरोध-प्रदर्शन

पाकिस्तान, लेबनान से लेकर फलस्तीनी क्षेत्र समेत कई अन्य जगहों पर हजारों की संख्या में मुसलमान फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आये हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति ने पैगंबर के कार्टून छापने के संबंध में अभिव्यक्ति के अधिकार की रक्षा का संकल्प लिया है जिसके बाद से मुस्लिम जगत में उबाल आ गया है. यरूशलम में सैकड़ों फलस्तीनी ने अल अक्सा मस्जिद के बाहर मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने प्रदर्शन के दौरान नारे लगाए, ‘पैगंबर मोहम्मद के लिए हम कुर्बानी देंगे.’

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बांग्लादेश की राजधानी ढाका में प्रदर्शन में करीब 50,000 लोग शामिल हुए और मैक्रों का पुतला फूंका. अफगानिस्तान में भी इस्लामी पार्टी हज्ब-ए-इस्लामी के सदस्यों ने फ्रांस का झंडा जलाया. भारत के कई शहरों में भी फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन किये गये. बांग्लादेश, पाकिस्तान से लेकर कुवैत में पिछले सप्ताह से फ्रांस के उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील जोर पकड़ रही है. सोशल मीडिया पर भी फ्रांस के खिलाफ मुहिम चलायी जा रही है. तुर्की ने भी कड़े शब्दों में फ्रांस की आलोचना की है.

पीएम मोदी ने की थी हमले की कड़ी निंदा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस में एक गिरिजाघर में हुए हमले सहित हाल के दिनों में वहां हुई आतंकवादी घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा की थी. मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘फ्रांस में आज एक गिरिजाघर में हुए हमले सहित हाल के दिनों में वहां हुई आतंकवादी घटनाओं की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं.’ ‘पीड़ित परिवारों और फ्रांस की जनता के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ खड़ा है.’

भाषा इनपुट के साथ.

Posted By: Amlesh Nandan.

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