नयी दिल्ली : महिला सशक्तिकरण की दिशा में भारत सरकार ने कई कदम उठाये हैं. देश में दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक राफेल को उड़ाने की जिम्मेदारी अब महिला के हाथ में है. वहीं, भारतीय नौसेना में भी महिला पायलटों की भर्ती की गयी है. केरल के कोच्चि में स्थित दक्षिणी नौसेना कमान में 27वीं डॉर्नियर ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग कोर्स में शामिल छह पायलटों में तीन महिला पायलट थीं. भारतीय नौ सेना के महिला पायलटों के पहले बैच में शामिल तीनों महिला पायलटों ने डॉर्नियर विमान पासिंग आउट परेड में शामिल होकर विमान उड़ाने की अर्हता प्राप्त कर ली हैं.
#WATCH: Indian Navy's first batch of women pilots operationalized on Dornier Aircraft by the Southern Naval Command (SNC) at Kochi, Kerala.
The three women pilots were part of the six pilots of the 27th Dornier Operational Flying Training (DOFT) Course. pic.twitter.com/RolCSSieHC
— ANI (@ANI) October 22, 2020
बिहार के मुजफ्फरपुर की लेफ्टिनेंट शिवांगी, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के तिलहर की लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप और नयी दिल्ली के मालवीय नगर की लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा ने डॉर्नियर ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग कोर्स पूरा कर ‘ऑपरेशनल मैरीटाइम’ के रूप में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. कोच्चि में नौसेना के दक्षिणी कमान में गुरुवार को आईएनएस गरुड़ में पासिंग आउट समारोह में तीनों महिला पायलट शामिल हुईं. इसके साथ ही उन्होंने डोर्नियर विमान उड़ाने की अर्हता प्राप्त कर ली.
दक्षिणी नौसेना कमान के मुख्य कर्मचारी अधिकारी (प्रशिक्षण) रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने सभी पायलटों को पुरस्कार प्रदान किये. तीनों महिला पायलटों समेत सभी ने नौसेना के साथ बुनियादी उड़ान प्रशिक्षण शुरू किया. उसके बाद भारतीय वायु सेना के साथ डीओएफटी पाठ्यक्रम में शामिल हुईं. तीनों महिला पायलटों में बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी लेफ्टिनेंट शिवांगी दो दिसंबर, 2019 को नौसेना पायलट के रूप में अर्हता प्राप्त करनेवाली पहली महिला बनी थीं.
पाठ्यक्रम के दौरान एक महीने का ग्राउंड ट्रेनिंग के साथ-साथ दक्षिणी नौसेना कमान के डॉर्नियर स्क्वॉड्रन के साथ विभिन्न व्यावसायिक स्कूलों और आठ महीने की फ्लाइंग ट्रेनिंग आयोजित की गयी थी. अब इन महिला पायलटों को पोरबंदर, गोवा और विशाखापट्टनम में नौसेना के हवाई जत्थों में नियुक्त किया गया है.
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहनेवाली फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह दुनिया की सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक राफेल की पहली महिला पायलट बन चुकी हैं. फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह पहले मिग-21 लड़ाकू विमान को उड़ाया. इसके बाद वायुसेना के अंबाला बेस पर वह ‘कन्वर्जन ट्रेनिंग’ ले रही हैं. इसके पूरा होते ही वायुसेना के अंबाला बेस पर 17 ‘गोल्डन एरोज’ स्क्वाड्रन में औपचारिक रूप से एंट्री ले लेंगी.
इनके अलावा भारतीय नौसेना ने सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह और सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी को नौसेना के युद्धपोत पर तैनात किया है. भारतीय नौसेना का कहना है कि सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह और कुमुदिनी त्यागी को हेलीकॉप्टर पर्यवेक्षकों के रूप में चुना गया है. हेलीकॉप्टर पर्यवेक्षक की ट्रेनिंग ले रही दोनों महिला अधिकारी प्रशिक्षण पूरा होने के बाद नौसेना के एमएच-60 आर हेलीकॉप्टरों में उड़ान भरेंगी.