Alwar Temple Demolition Row: कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह का बीजेपी पर हमला, बोले- ‘चोर कोतवाल को डांटे’
Alwar Temple Demolition Row: अलवर में 300 साल पुराने एक शिव मंदिर को तोड़े जाने पर राजस्थान में सियासी संग्राम जारी है. बता दें कि अलवर में अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान सराय मोहल्ला में 300 साल पुराने शिव मंदिर को बुलडोजर से तोड़ा गया.
Alwar Temple Demolition Row: अलवर में 300 साल पुराने एक शिव मंदिर को तोड़े जाने पर राजस्थान में सियासी संग्राम जारी है. बता दें कि अलवर में अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान सराय मोहल्ला में 300 साल पुराने शिव मंदिर को बुलडोजर से तोड़ा गया. इसके बाद बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस पर निशाना साधा. वहीं, अब कांग्रेस के नेता जितेंद्र सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए जोरदार हमला बोला है.
कांग्रेस का बीजेपी पर निशाना
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव जितेंद्र सिंह ने कहा कि यहां मंदिर बनना चाहिए. बीजेपी का एक बड़ा नेता राजनीति के लिए अलवर गये है और खूब रो रहे है. कांग्रेस नेता बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि चोर कोतवाल को डांटे. आज चेयरमैन और पूरा बोर्ड क्यों मौजूद नहीं है? बता दें कि कैबिनेट मंत्री टीका राम जूली, जौहरी लाल मीणा और भंवर जितेंद्र सिंह सहित कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को अलवर जिले के राजगढ़ का दौरा किया. राजस्थान कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि वसुंधरा राजे उस समय मुख्यमंत्री थीं, जब बीजेपी ने उस स्थान पर गौरव पथ नामक सड़क बनाने का वादा किया था, जहां विध्वंस हुआ.
Temple should be built here. A big BJP leader has visited Alwar for politics & is crying a lot; 'chor kotwal ko dante'… why is the Chairman & the whole board not present today?: Jitendra Singh, Congress Gen-Secy pic.twitter.com/szX286lWsE
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 23, 2022
राजगढ़ नगर पालिका के चेयरमैन सतीश गुरिया ने कही ये बात
इससे पहले बीजेपी राजस्थान अध्यक्ष और राजगढ़ नगर पालिका के चेयरमैन सतीश गुरिया ने शुक्रवार को अलवर में एक मंदिर तोड़े जाने को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि मंदिरों को गिराने के अपने प्रस्ताव में कभी भी राजगढ़ नगर पालिका का उल्लेख नहीं किया गया है. सतीश गुरिया ने एएनआई को बताया कि मेरे और बोर्ड के खिलाफ आरोप निराधार हैं. बोर्ड ने मंदिरों को गिराने के अपने प्रस्ताव में कभी उल्लेख नहीं किया. सब कुछ प्रशासन द्वारा किया गया था. राजगढ़ में कांग्रेस का कभी कोई बोर्ड नहीं था, यह उनका सपना है. डॉ पूनिया ने कहा कि मैंने अलवर मंदिर मामले की तथ्यात्मक जांच के लिए 5 सदस्यीय समिति गठित की है. यह समिति मौके पर जाकर तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार करेगी और मुझे रिपोर्ट सौंपेगी.