छत्तीसगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार, इनकम टैक्स की टीम ने राज्य के पूर्व खाद्यमंत्री अमरजीत भगत के आवास पर छापेमारी की है. इनकम टैक्स की टीम प्रदेश के अंबिकापुर के साथ-साथ उनके मध्य प्रदेश के ठिकानों पर भी पहुंची है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घर के अंदर जांच एजेंसी की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही हैं. भगत के घर के बाहर भारी सुरक्षा नजर आ रही है. अमरजीत भगत की बात करें तो वे कांग्रेस की पूर्व भूपेश बघेल सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. उनको खाद्य के साथ-साथ संस्कृति और योजना विभाग भी दिया गया था.
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जब अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था तो, राज्य के 13वें मंत्री के रूप में आदिवासी नेता अमरजीत भगत ने मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी. उल्लेखनीय है कि भगत राज्य के प्रमुख आदिवासी नेता माने जाते हैं. वह साल 2003 से लगातार सीतापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस से विधायक थे. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में सरगुजा संभाग की सीतापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के सिटिंग एमएलए और मंत्री अमरजीत भगत चुनाव हार गए . बीजेपी के रामकुमार टोप्पो ने उन्हें हराया.
किसान परिवार से है अमरजीत भगत का नाता
सीतापुर के पूर्व विधायक अमरजीत भगत सूरजपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत पार्वतीपुर के निवासी हैं. इनके परिवार की बात करें तो 3 भाइयों में वे सबसे बड़े हैं. भगत की प्राथमिक शिक्षा गांव में ही हुई, वहीं मिडिल स्कूल तक की पढ़ाई उन्होंने जयनगर से पूरा किया. हाईस्कूल से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई के लिए वे अंबिकापुर पहुंचे. यहां से ही उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत भी की. अमरजीत भगत के दो बेटे हैं. कभी छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के करीबी रहे अमरजीत भगत ने जोगी द्वारा अलग पार्टी बनाने के बाद भी कांग्रेस का दामन थामे रखा. वह अपने क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने का काम करते हैं.