दक्षिण कश्मीर हिमालय स्थित गुफा मंदिर के लिए तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से शनिवार को रवाना हुआ. इसके के साथ शनिवार को वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई. यात्रा 19 अगस्त को संपन्न होगी.
यात्रा 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किमी लंबे बालटाल मार्ग से शुरू हुई. अमरनाथ यात्रा के लिए यह दोनों ही पारंपरिक रास्ते हैं.
दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों के जत्थों को संबंधित उपायुक्तों तथा पुलिस एवं नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने रवाना किया गया है. शुक्रवार सुबह जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास आधार शिविर से 4,603 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया गया.
तीर्थयात्रियों के कश्मीर घाटी पहुंचने के बाद प्रशासन और स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. तीर्थयात्री गुफा मंदिर में बर्फ से बने शिवलिंग की पूजा-अर्चना करेंगे.
यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के लिए पुलिस के अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों के हजारों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.