America ने India को पनडुब्बी रोधी युद्ध सामग्री बेचने की मंजूरी दी
America-India Defense Agreement: डीएससीए ने शुक्रवार 23 अगस्त को संभावित बिक्री के बारे में कांग्रेस (अमेरिका की संसद) को सूचित करते हुए आवश्यक प्रमाणीकरण प्रदान किया.
America-India Defense Agreement: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने 52.8 मिलियन डॉलर की अनुमानित लागत पर पनडुब्बी रोधी युद्ध सोनोबॉय और संबंधित उपकरणों की भारत को संभावित विदेशी सैन्य बिक्री को मंजूरी दे दी है, रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने वाशिंगटन में इसकी घोषणा की. डीएससीए ने शुक्रवार 23 अगस्त को संभावित बिक्री के बारे में कांग्रेस (अमेरिका की संसद) को सूचित करते हुए आवश्यक प्रमाणीकरण प्रदान किया.
यह घटनाक्रम उस दिन हुआ जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन ने द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के लिए पेंटागन में व्यापक वार्ता की, इस बातचीत में रक्षा सहयोग, औद्योगिक सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर प्रकाश डाला गया.
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यह उपकरण अमेरिकी मूल के MH-60R हेलीकॉप्टरों से पनडुब्बी रोधी युद्ध संचालन करने की क्षमता को बढ़ाकर खतरों से निपटने की भारत की क्षमता में सुधार करेगा. मार्च में भारत ने MH-60R हेलीकॉप्टरों का अपना पहला स्क्वाड्रन उन छह हेलीकॉप्टरों के साथ खड़ा किया, जिनकी तब तक आपूर्ति की जा चुकी थी. भारत ने अपने पुराने नौसैनिक हेलीकॉप्टर बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए 2020 में अमेरिका से 24 लॉकहीड मार्टिन-सिकोरस्की MH-60R बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टरों का ऑर्डर दिया, जिनकी कीमत लगभग ₹17,500 करोड़ है. सभी हेलीकॉप्टर 2025 तक मिल जाएंगे.