भारत आ सकता है अमेरिका का खतरनाक प्रीडेटर ड्रोन, सौदे पर लगी मुहर! जानिए क्या है इस ‘हंटर-किलर’ की खासियत
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के सिंह के साथ लंबी वार्ता के करीब दो हफ्तों के बाद इस डील को मंजूरी दी गई. सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी की वाशिंगटन यात्रा के दौरान जीई-414 लड़ाकू विमान इंजन के विनिर्माण के लिए समझौता होने की भी उम्मीद है.
अमेरिका और भारत के बीच एक बड़े रक्षा सौदे पर मुहर लग लग सकती है. पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से पहले अमेरिका के प्रीडेटर ड्रोन के भारत आने का रास्ता करीब-करीब साफ हो गया है. बता दें, भारत लंबे समय से अमेरिकी ड्रोन को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहा था, लेकिन इस डील पर बात नहीं बन रही था. बताया जा रहा है कि करीब तीन अरब अमेरिकी डॉलर के इस सौदे की घोषणा अगले हफ्ते वाशिंगटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच वार्ता के बाद किये जाने की उम्मीद है. भारत के पास अगर प्रीडेटर ड्रोन आ जाता है तो उसकी ताकत कई गुणा बढ़ जाएगा.
प्रीडेटर डील पर मुहर!
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के सिंह के साथ लंबी वार्ता के करीब दो हफ्तों के बाद इस डील को मंजूरी दी गई. सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी की वाशिंगटन यात्रा के दौरान जीई-414 लड़ाकू विमान इंजन के विनिर्माण के लिए समझौता होने की भी उम्मीद है. गौरतलब है कि भारत अपने स्वदेश विकसित लड़ाकू विमानों को और शक्ति देने पर गंभीरता से काम कर रहा है. बता दें. एमक्यू-9बी ड्रोन, एमक्यू-9 रीपर का ही एक स्वरूप है. अमेरिका ने इसके जरिये ही अलकायदा के अयमान अल जवाहिरी का पिछले साल जुलाई में काबुल में खात्मा किया था.
बेहद घातक है प्रीडेटर ड्रोन
अमेरिका का प्रीडेटर ड्रोन बेहद खतरनाक हथियार है. इसे अमेरिकी रक्षा कंपनी जनरल एटॉमिक ने बनाया है. यह ड्रोन दुश्मनों और अपने टारगेट पर बेहद सटीक हमला करता है. इसकी सबसे यही सबसे बड़ी खासियत भी है कि यह सटीक हमला करने के साथ दुश्मनों को अपनी भनक भी लगने नहीं देता. इसमें ऐसी मिसाइल फिट की जाती है जिससे छोटे से छोटे टारगेट को भी हिट किया जा सकता है. इस ड्रोन से ऊंचाई वाले इलाकों में निगरानी भी बड़े आराम से किया जा सकता है.
22 जून को अमेरिका जाएंगे पीएम मोदी
गौरतलब है कि पीएम मोदी इस महीने की आखिरी सप्ताह में अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे हैं. अमेरिकी के राष्ट्रपति जो बाइडेन यूएस में पीएम मोदी की मेजबानी करेंगे. पीएम मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे, साथ ही दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर भी मुहर लगेगी. अगले महीने होने वाले भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की, उन्हें इंडो-पैसिफिक में एक प्रभावशाली नेता करार दिया. साथ ही अमेरिका में उनकी लोकप्रियता के लिए भी उनकी सराहना की.