नयी दिल्ली : चीन (India China Tension) के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय एयरफोर्स (Indian Air Force) ने स्वदेशी फाइटर जेट LCA तेजस (Light Combat Aircraft Tejas) को पश्चिमी सीमा पर तैनात किया है. सरकारी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. तेजस को भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान सीमा (Pakistan Border) पर तैनात किया है, ताकि दुश्मनों के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, चीन का सहयोग करते हुए पाकिस्तान भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने का प्रयास कर सकता है. ऐसे में उसे करार जवाब देने के लिए पाकिस्तान से लगने वाले पश्चिमी सीमा पर तेजस को तैनात किया गया है. तेजस भारत का पहला स्वदेशी लड़ाकू विमान है. वायु सेना ने इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से खरीदा है.
नवंबर 2016 में वायुसेना ने 50,025 करोड़ रुपये में 83 तेजस मार्क-1ए की खरीदी को मंजूरी दी थी. इस डील पर अंतिम समझौता करीब 40 हजार करोड़ रुपये में हुआ है. जो पिछली कीमत से करीब 10 हजार करो़ड़ रुपए कम हैं. वायुसेना ने 40 तेजस खरीदने के समझौते पर हस्ताक्षर किये थे. इसमें से अब तक 18 तेजस भारतीय वायुसेना को सौंपे जा चुके हैं. इनके लिए सुलूर में एक स्क्वॉड्रन बनायी गयी है.
तेजस हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मिसाइल दाग सकता है. इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाये जा सकते हैं. तेजस 42 फीसदी कार्बन फाइबर, 43 फीसदी एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है. तेजस सिंगल सीटर पायलट फाइटर जेट है, लेकिन इसका ट्रेनर वेरिएंट 2 सीटर है. तेजस एक बार में 54 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है.
तेजस 2222 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ान भरने में सक्षम है. यह फाइटर जेट 3000 किमी तक एक बार में उड़ान भर सकता है. तेजस 43.4 फीट लंबा और 14.9 फीट ऊंचा है. सभी हथियारों के साथ तेजस का वजन 13,500 किलोग्राम है. हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें – डर्बी, पाइथन-5, आर-73, अस्त्र, असराम, मेटियोर तेजस में फिट किये जा सकते हैं. वहीं, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें – ब्रह्मोस-एनजी और डीआरडीओ एंटी-रेडिएशन मिसाइल और ब्रह्मोस-एनजी एंटी शिप मिसाइल भी इसमें फिट होते हैं. इसके अलावा इसपर लेजर गाइडेड बम, ग्लाइड बम और क्लस्टर वेपन लगाये जा सकते हैं.
फाइटर जेट तेजस पाकिस्तान और चीन के संयुक्त उत्पादन थंडरबर्ड से कई गुना ज्यादा दमदार है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब तेजस की प्रदर्शनी की बात की गयी थी, तब पाकिस्तान और चीन ने थंडरबर्ड को प्रदर्शनी से हटा लिया था. तेजस चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जबकि थंडरबर्ड, मिग-21 को सुधारकर बनाया जा रहा है.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.