ओमिक्रोन के खतरे के बीच महाराष्ट्र में विदेश से लौटे 12 यात्री लापता, मोबाइल स्वीच ऑफ, तलाशी अभियान जारी
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण डोंबिवली नगर निगम (केडीएमसी) के अधिकारियों ने बताया कि विदेश से लौटे 318 यात्रियों में से कम से कम 12 लोग लापता हैं.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच यह सूचना मिली है कि हाल ही में विदेश से लौटे 300 लोगों में से 12 लोग लापता हैं. ये लोग महाराष्ट्र के ठाणे जिला के हैं. यह जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई ने दी है.
गौरतलब है कि देश में अबतक ओमिक्रोन वैरिएंट के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से ही मिले हैं. यहां कुल 10 मामले सामने आये हैं. मंगलवार को ठाणे जिले के कल्याण डोंबिवली नगर निगम (केडीएमसी) के अधिकारियों ने बताया कि विदेश से लौटे 318 यात्रियों में से कम से कम 12 लोग लापता हैं.
Maharashtra | 12 recent foreign returnees are untraceable in Thane district's Kalyan Dombivli Municipal Corporation area, an official of the Municipal Corporation said.
— ANI (@ANI) December 7, 2021
नगर निकाय के प्रमुख विजय सूर्यवंशी ने जानकारी दी है कि इन लापता लोगों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है लेकिन कई यात्रियों के फोन स्विच आॅफ आ रहे हैं जिसकी वजह से उनके बारे में पता लगाना कठिन है, वहीं कई लोगों ने जो पता दर्ज कराया है वह भी गलत प्रतीत हो रहा है. ऐसे में इन लापता लोगों का पता लगाना थोड़ा कठिन है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की एक टीम इन पतों पर इनकी तलाश में जायेगी.
गौरतलब है कि विदेश से लौटने वाले कई यात्री अपनी जानकारी नहीं देना चाहते हैं और अपना फोन बंद करके लापता हो जा रहे हैं, जिससे इस वैरिएंट के फैलने का खतरा बढ़ गया है क्योंकि लापता लोगों में यह वैरिएंट हो मौजूद हो सकता है.
कोरोना वायरस के इस नये वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में विश्व संगठन ने 25 नवंबर को जानकारी दी थी और कहा था कि यह वैरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया है. यह वैरिएंट काफी संक्रामक है और संगठन ने इस वैरिएंट को चिंता का विषय बताया था. भारत में भी कोरोना वायरस के इस वैरिएंट को लेकर बहुत अधिक सतर्कता बरती जा रही है और विदेश से आने वाले यात्रियों की आरटी-पीसीआर टेस्ट की जा रही है, जिसमें कई लोगों में यह वैरिएंट पाया भी गया है.
सरकार ने राज्यों को अलर्ट कर दिया है और कोरोना प्रोटोकाॅल को अनिवार्य बना दिया है. वहीं डाॅक्टर्स ने इस वैरिएंट को हल्के में ना लेने की सलाह दी है क्योंकि यह वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट से पांच अधिक संक्रामक प्रतीत हो रहा है. इसपर कोरोना वैक्सीन का कितना प्रभाव है इस संबंध में भी अभी कोई स्पष्ट जानकारी मौजूद नहीं है.