केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 13वें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम में अपने संबोधन में उन्होंने आतंकवाद का जिक्र किया. शाह ने कहा कि NIA की जांच इस प्रकार के अपराधों में होती है जहां साक्ष्य मिलना कठिन होता है लेकिन इसके बावजूद आपने (NIA ने) उपलब्धि प्राप्त की है जो प्रेरणा है.
कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के विरुद्ध में शून्य सहिष्णुता की नीति बनाकर आगे बढ़ रही है. NIA को भारत सरकार की ओर से कोई भी सहायता, किसी भी स्वरूप में अपेक्षित हो तो वो देने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है.
Whenever there're anti-terror operations,some human rights groups raise issue of human rights but I always consider that terrorism is biggest cause of human rights violations. It's imperative to eradicate terrorism from its roots to safeguard human rights:Union Home Min Amit Shah pic.twitter.com/FRLFdPIApx
— ANI (@ANI) April 21, 2022
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद, मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे बड़ा रूप है. जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद वित्त पोषण के खिलाफ दर्ज मामलों ने वहां आतंकवाद पर लगाम लगाने में काफी मदद की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आतंकवाद के खिलाफ ‘‘शून्य सहिष्णुता” की नीति अपना रही है, भारत इस खतरे को जड़ से खत्म करने के लिए काम कर रहा है.