असम में हिमंता बिस्व सरमा के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने 10 मई को एक साल पूरे कर लिए. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह असम पहुंचे हैं. अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन अमित शाह ने असम पुलिस की जमकर सराहना की. उन्होंने असम पुलिस को राष्ट्रपति कलर अवार्ड से भी सम्मानित किया. इस मौके पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा भी मौजूद थे. इस दौरान अमित शाह ने ऐलान करते हुआ कहा कि सुनिश्चित करेंगे की पर्वोत्तर से जल्द अफस्पा हटे.
असम पुलिस को शाह ने दी बधाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम पुलिस को राष्ट्रपति कलर अवार्ड के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपति का चिन्ह असम पुलिस को मिला है. उन्होंने ये भी कही कि आज से देश की दसवीं पुलिस फोर्स असम पुलिस बनी है. गुवाहाटी में अमित शाह ने कहा कि, असम पुलिस संवैधानिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए उग्रवाद की समस्या के खिलाफ खड़ी थी. उन्होंने बंदूकों के साथ बंदूकों का सामना किया और विचलित युवाओं को मुख्यधारा में लाया.
Assam Police stood against the problem of extremism to maintain constitutional order. They faced guns with guns and brought the distracted youth to the mainstream then: Union Home Minister Amit Shah in Guwahati pic.twitter.com/1RyRYmcFrn
— ANI (@ANI) May 10, 2022
सभी क्षेत्रों से हटे AFSPA
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ये भी कहा कि, असम में AFSPA के तहत आने वाले क्षेत्रों को कम कर दिया गया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य के सभी क्षेत्रों से AFSPA हटा दिया जाए. शाह ने कहा कि 1990 के दशक में असम में अफस्पा लागू किया गया था. तब से लेकर इसे 7 बार बढ़ाया गया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के 8 साल के शासन में राज्य के 13 जिलों इसे इसे हटाया गया. यानी असम के 60 फीसदी से अधिक क्षेत्र से हटा दिया गया है.
असम में AFSPA के तहत आने वाले क्षेत्रों को कम कर दिया गया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य के सभी क्षेत्रों से AFSPA हटा दिया जाए: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुवाहाटी, असम pic.twitter.com/8J2XLh1tCo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 10, 2022
अमित शाह ने ये भी कहा कि, आजादी के समय असम में पुलिस बल की संख्या 8 हजार के करीब थी. लेकिन आज असम में पुलिस बल की संख्या 70 हजार से भी ऊपर है. राष्ट्रीय एकता की कई महत्वपूर्ण लड़ाई असम पुलिस ने बेहतर ढंग से लड़ी है. शाह ने ये भी कहा कि, असम पुलिस ने बंदूकों का सामना किया, और भटके युवाओं को मुख्यधारा में लाई. यहीं नहीं अब समूहों के साथ एक के बाद एक शांति समझौते हो रहे हैं.
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