Amit Shah Fake video: अमित शाह फर्जी वीडियो मामले में एक गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के सीएम को भेजा समन

Amit Shah Fake video: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फर्जी वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को समन भेजा है. पुलिस ने मुख्यमंत्री रेड्डी को 1 मई को साइबर यूनिट के सामने पेश होने के लिए बुलाया है.

By ArbindKumar Mishra | April 29, 2024 5:04 PM
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Amit Shah Fake video: दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को जांच में शामिल होने के लिए 1 मई को दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ यूनिट (साइबर यूनिट) के सामने पेश होने के लिए बुलाया है. उन्हें अपने मोबाइल फोन के साथ पेश होने के लिए कहा गया है जिसका इस्तेमाल कथित तौर पर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट करने के लिए किया गया था.

फर्जी वीडियो मामले में एक गिरफ्तार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े फर्जी वीडियो के सिलसिले में रीतम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.

पुलिस ने पांच लोगों को भेजा समन

सूत्रों के अनुसार अमित शाह से जुड़े फर्जी वीडियो मामले में पुलिस ने रेड्डी समेत पांच लोगों को नोटिस भेजा है. रेड्डी ने उक्त वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था. सूत्रों ने बताया कि रेड्डी को पूछताछ के दौरान अपना मोबाइल फोन साथ में लाने को कहा गया है जिसका इस्तेमाल कथित रूप से फर्जी वीडियो ‘एक्स’ पर साझा करने में किया गया था.

दिल्ली पुलिस ने अमित शाह के फर्जी वीडियो के बारे में सोशल मीडिया मंचों से जानकारी मांगी

दिल्ली पुलिस ने ‘एक्स’ और अन्य सोशल मीडिया मंचों को पत्र लिखकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस फर्जी वीडियो के स्रोत के बारे में जानकारी मांगी है, जिसे ऑनलाइन साझा किया गया था. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) यूनिट ने वीडियो के स्रोत और इसे फैलाने वालों की पहचान करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया मंचों से संपर्क किया है.

फर्जी वीडियो मामले में रविवार को किया गया था मामला दर्ज

दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने सोशल मीडिया मंचों पर शाह का फर्जी वीडियो फैलाए जाने के सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद रविवार को मामला दर्ज किया था. दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 153ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना), 465 (जालसाजी), 469 (किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के लिए जालसाजी) और 171जी (चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने के इरादे से गलत बयान प्रकाशित करना) के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी के तहत मामला दर्ज किया है.

क्या है फर्जी वीडियो में

कथित फर्जी वीडियो में, तेलंगाना में धार्मिक आधार पर मुसलमानों के लिए आरक्षण समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताने का संकेत देने संबंधी शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर इस तरह दिखाया गया है जैसे कि वह हर तरह का आरक्षण समाप्त करने की वकालत कर रहे हों.

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