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BSF Prahari App: अमित शाह ने बीएसएफ के मोबाइल ऐप और 13 मैनुअल के संशोधित संस्करण का किया लोकार्पण

GPF, BIO DATA हो या केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और मॉनीटरिंग प्रणाली' (CP-GRAMS) पर समस्या निवारण या कई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो, अब जवान ऐप के जरिये यह सब जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यह ऐप उन्हें गृह मंत्रालय के पोर्टल से भी जोड़ेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2022 7:36 PM
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BSF Prahari App: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नयी दिल्ली में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के ‘प्रहरी’ मोबाइल ऐप और 13 मैनुअल के संशोधित संस्करण का लोकार्पण किया है. BSF का यह ऐप Proactive Governance का एक बड़ा उदाहरण है. अब जवान व्यक्तिगत एवं सेवा संबंधी जानकारी, आवास, आयुष्यमान-CAPF और अवकाश से संबंधित जानकारी अपने मोबाइल पर प्राप्त कर सकते हैं.

GPF, BIO DATA हो या ‘द्रीकृत लोक शिकायत निवारण और मॉनीटरिंग प्रणाली’ (CP-GRAMS) पर समस्या निवारण या कई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो, अब जवान ऐप के जरिये यह सब जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यह ऐप उन्हें गृह मंत्रालय के पोर्टल से भी जोड़ेगा. साथ ही 13 मैनुअल में प्रतीक्षित रिवीजन तथा अपडेट से ऑपरेशन, एडमिनिस्ट्रेशन एवं ट्रेनिंग की कार्यों की बेहतर समझ बढ़ेगी और कार्यों में तेजी आयेगी.

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देश की सीमाओं की सुरक्षा पिलर या फेंसिंग नहीं बल्कि उस सीमा पर खड़े जवान की वीरता, देशभक्ति व सजगता ही कर सकती है. सीमा सुरक्षा बल को एक महावीर चक्र, 4 कीर्ति चक्र, 13 वीर चक्र और 13 शौर्य चक्र सहित अनेक वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, BSF ने बड़ी ही वीरता से इतने युद्ध लड़े हैं कि हर युद्ध पर एक पुस्तक लिखी जा सकती है.

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हाल ही में वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया है, सभी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स को वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के माध्यम से गांव के अंदर टूरिज्म बढ़ाने, गांव को आत्मनिर्भर और संपूर्ण सुविधाओं से युक्त बनाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए.

बॉर्डर की सिक्योरिटी तभी हो सकती है जब बॉर्डर के गांव के अंदर आबादी होगी. सीमाओं पर जवानों की तैनाती के साथ-साथ स्थाई सिक्योरिटी गांव में बसे हुए देशभक्त नागरिक ही दे सकते हैं और सभी बॉर्डर गार्डिंग फोर्स को इसे मजबूत करना होगा और जमीन पर भी उतारना होगा.

पिछले 3 वर्षों में बीएसएफ के माध्यम से 26000 किलो नारकोटिक्स की जब्ती की गई और 2500 आर्म्स और एम्युनेशन पकड़े गए. सीमा पर एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी अभी प्रयोगात्मक स्टेज पर है लेकिन इसमें काफी हद तक सफलता मिली है.

बीएसएफ ने विगत 6 माह के अंदर ही पश्चिमी सीमा पर 22 ड्रोन गिराने का काम किया है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, साथ ही नापाक इरादों के साथ नारकोटिक्स और टेररिज्म फैलाने के लिए हथियार लाने वाले ड्रोन पर भी सफलता प्राप्त हो रही है.

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो इनीशिएटिव लिए है उन्हें बॉर्डर के क्षेत्रों में लागू करना बहुत जरूरी है. बॉर्डर के गांवों में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना, गैस, बिजली और पीने के पानी की सुविधाएं पहुंचाएंगे. तभी वहां रह रहे लोगों को लगेगा कि हमारी कोई चिंता कर रहा है और उन्हें यहीं रहना चाहिए.

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