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नगालैंड फायरिंग पर लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह का बयान, एसआईटी एक माह में देगी रिपोर्ट

नगालैंड-असम की सीमा पर असम राइफल्स के जवानों की ओर से हुई गोलीबारी में 14 नागरिकों के मारे जाने का मुद्दा आज लोकसभा में उठा. अमित शाह ने बयान दिया. नगालैंड फायरिंग से जुड़ी हर अपडेट यहां पढ़ें...

नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नगालैंड फायरिंग पर लोकसभा में सोमवार को अपना बयान दिया. उन्होंने कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन की तैयारी सुरक्षा बलों ने की थी. एक वाहन को सुरक्षा बलों ने रोका, लेकिन वाहन तेजी से भागने लगा. सेना को संदेह हुआ और उन्होंने फायरिंग कर दी. इसमें वाहन में सवार 8 में से 6 लोगों की मौत हो गयी. बाद में गलत पहचान का मामला साबित हुआ. सेना ने ही दो घायलों को अस्पताल पहुंचाया.

लोगों ने सेना के वाहनों को घेर लिया और उन पर हमला किया. हमले में एक जवान की मौत हो गयी और कई घायल हो गये. अपनी सुरक्षा में सुरक्षा बलों को गोली चलानी पड़ी, जिसमें 7 नागरिकों की मौत हुई और कुछ अन्य घायल हो गये. स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किये हैं. माहौल तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है. नगालैंड के डीजीपी और कमिश्नर ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले की समीक्षा की. स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है.

राज्य अपराध शाखा को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है. पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है, जो एक महीने के अंदर जांच पूरी कर रिपोर्ट देगी. अमित शाह ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद 250 लोगों की उद्वेलित भीड़ ने मोन शहर में असम राइफल्स के सीओबी पर हमला कर दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए असम राइफल्स के जवानों को गोली चलानी पड़ी, जिसमें एक अन्य नागरिक की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये.

  • लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिया बयान

  • भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सेना को करनी पड़ी फायरिंग

  • सेना ने घटना पर दुख जताया है और उच्चतम जांच के आदेश दिये हैं

अमित शाह ने सदन को बताया कि अतिरिक्त बलों की तैनाती की गयी है. प्रेस विज्ञप्ति जारी की गयी है, जिसमें निर्दोष नागरिकों की मौत पर सेना ने दुख व्यक्त किया है. सेना ने इन दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के कारणों की उच्चतम स्तर पर जांच के निर्देश दे दिये हैं. अमित शाह ने कहा कि इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी. गृह मंत्री ने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद उन्होंने नगालैंड के राज्यपाल और गृह सचिव से बात की.

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गृह मंत्रालय ने पूर्वोत्तर के प्रभारी सचिव को नगालैंड भेजा

अमित शाह ने सदन को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्वोत्तर के प्रभारी सचिव को नगालैंड भेजा. उन्होंने सोमवार को जरूरी बैठकें कीं और स्थिति की विस्तार से समीक्षा की. यह निर्णय लिया गया है कि सभी एजेंसियों को सुनिश्चित करना चाहिए कि विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते समय ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार सूक्ष्मता से स्थिति पर नजर रख रही है. जरूरी उपाय भी किये जा रहे हैं. राज्य के पदाधिकारियों ने एहतियात के तौर पर प्रभावित इलाके में निषेधाज्ञा लागू की है. भारत सरकार इस घटना पर खेद व्यक्त करती है.

विपक्षी दलों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग

इससे पहले, लोकसभा में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी), कांग्रेस, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), शिव सेना, जनता दल यूनाइटेड (जदयू), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने नगालैंड में सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 14 आम लोगों के मारे जाने का मुद्दा सोमवार को उठाया.

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सभी दलों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने, मृतकों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा देने तथा गृह मंत्री अमित शाह से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की. इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह बहुत संवेदनशील विषय है.

Posted By: Mithilesh Jha

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