बंगाल विधानसभा चुनाव में सियासी घमासान के बीच राहुल गांधी के चुनावी रैली को रद्द करने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सवाल उठाया है. शाह ने कहा है कि अगर कोरोना को लेकर इतनी ही चिंता थी तो तमिलनाडु और असम में रैली रद्द क्यों नहीं की? उन्होंने इस दौरान एकबार फिर दोहराते हुए कहा कि बंगाल में बीजेपी को 200 से अधिक सीटों पर जीत मिलेगी.
न्यूज 18 बांग्ला से बात करते हुए अमित शाह ने कहा किसी भी राज्य में इलेक्शन कराने या नहीं कराने का निर्णय चुनाव आयोग द्वारा लिया जाता है. इसमें न तो बीजेपी और न ही केंंद्र सरकार का कोई रोल होता है. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे राहुल की तरह रैली रद्द करेंगे? इसपर शाह ने कहा कि उन्होंने असम और तमिलनाडु में रैली क्यों नहीं रद्द की थी.
अमित शाह ने कहा है कि बीजेपी ने कोरोना को देखते बंगाल में रैली में कटौती की है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की जनसभा को भी हमने पहले से छोटा करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा, चुनाव आयोग ने जो फैसले सर्वदलीय बैठक में किया था, उस हिसाब से हमलोग रैली कर रहे हैं.
गृहमंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि बंगाल में तुष्टिकरण सबसे बड़ा मुद्दा है. उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर आरोप लगाया कि दीदी ने एक विशेष वर्ग को संतुष्ट रखने के लिए सरकार चलाई. अमित शाह ने आगे कहा कि बंगाल में यहां के लोगों को नागरिक होने का फील ही नहीं है, उन्हें लग रहा है कि वे लोग दोयम दर्जे के हैं. शाह ने हिंसा रोकने पर यूपी और बिहार का उदाहरण देते हुए दावा किया कि बीजेपी की सरकार आने पर यहां भी वही प्रणाली लागू किया जाएगा.
बता दें कि बीते दिनों राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि वे बंगाल में कोरोना के कारण अपने सभी रैली को रद्द कर रहे हैं. उन्होंने आगे अन्य राजनीतिक दलों के नेता से भी अपनी रैली रद्द करने की अपील की थी. वहीं राहुल के बाद कोलकाता में ममता बनर्जी भी रैली नहीं करने की बात कही थी.
Posted By: Avinish kumar mishra