Manipur: ‘बदलती जनसांख्यिकी के बीच हाईकोर्ट के फैसले ने डाला आग में घी’, बोले अमित शाह- इस कारण भड़की हिंसा!
मणिपुर में हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से बातचीत में शामिल होने की अपील करता हूं, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम राज्य में शांति लाएंगे. इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की. शाह ने कहा कि मणिपुर हिंसा पूरे देश के लिए शर्मनाक घटना है. प्रदेश में जो हिंसा का तांडव हुआ, हिंसक घटनाएं घटी, लोगों की जान गई और महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया… अमित शाह ने इन सबको शर्मनाक बताया है. उन्होंने अपनी चर्चा में मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से इस विषय पर पहले विपक्ष उन्हें बोलने देते, अगर उनकी बात से विपक्ष को संतुष्टी नहीं मिलती तो पर वो पीएम मोदी से इस विषय में जवाब मांगते.
उन्होंने विपक्ष पर सवाल करते हुए कहा कि आप लोकतंत्र की बात करते हैं लेकिन यहां एक गृह मंत्री को बोलने नहीं दिया जाता. उन्होंने पूछा कि यह किस तरह की लोकतंत्र हैं. वहीं, लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि, आप मुझे चुप नहीं करा सकते क्योंकि 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी. मणिपुर में हमारी सरकार के पिछले छह वर्षों के दौरान कर्फ्यू की आवश्यकता कभी नहीं पड़ी.
#WATCH मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था लेकिन विपक्ष कभी चर्चा नहीं करना चाहता था…आप मुझे चुप नहीं करा सकते क्योंकि 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी। मणिपुर में हमारी सरकार के पिछले छह वर्षों के दौरान कर्फ्यू की… pic.twitter.com/81hHyPmZe7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2023
मणिपुर में हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से बातचीत में शामिल होने की अपील करता हूं, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम राज्य में शांति लाएंगे. इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं हुई हैं. ऐसी घटनाओं का कोई भी समर्थन नहीं कर सकता. इन घटनाओं पर राजनीति करना शर्मनाक उससे भी ज्यादा शर्मनाक है.
#WATCH | I appeal to both Meitei and Kuki communities to engage in dialogue, violence is not a solution to any problem…I assure you that we will bring peace in the state. Politics should not be done on this issue: Union Home Minister Amit Shah on Manipur violence pic.twitter.com/BbnLK9vN3e
— ANI (@ANI) August 9, 2023
50 से ज्यादा बार नॉर्थ-ईस्ट गए पीएम मोदी- अमित शाह
मणिपुर पर विपक्ष को जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी नॉर्थ ईस्ट को मुख्यधारा में लाते हुए प्रदेश का विकास किया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी 50 से अधिक बार नॉर्थ ईस्ट गए. उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में कागजी शांति नहीं है. इसके पीछे रणनीति है. लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था. उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि लेकिन विपक्ष कभी इस मुद्दे पर चर्चा चाहता ही नहीं थी. उन्होंने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि मैं बोलूं लेकिन वे मुझे चुप नहीं करा सकते. शाह ने कहा कि 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी.
आग में घी डालने का काम किया हाईकोर्ट का फैसला- अमित शाह
लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मणिपुर में हमने बाहर के लोगों को पहचानने का काम किया है. उन्होंने कहा कि साल 2022 में सरकार ने बॉर्डर की फेंसिंग शुरू की थी. शाह ने कहा कि इसके बाद हमने जनवरी 2023 से लोगों के थंब इंप्रेशन भी लेना शुरू किया. अमित शाह ने कहा कि जहां कूकी समुदाय के लोग रह रहे थे उसे अस्थायी जंगल गांव घोषित किया गया. अमित शाह ने कहा इससे पहले से ही व्याप्त असुरक्षा की भावना और बढ़ गई. और इसमे घी का काम हाईकोर्ट के उस फैसले ने जिसमें मैतेई को ट्राइबल घोषित करने की बात कही गई. इससे प्रदेश में हिंसा भड़क गई.
मणिपुर हिंसा पर वायरल वीडियो को लेकर शाह का बयान
वहीं, मणिपुर हिंसा के दौरान जारी वायरल वीडियो को लेकर लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि ये वीडियो इस संसद सत्र के शुरू होने से पहले क्यों आया? अगर किसी के पास यह वीडियो था तो उन्हें इसे डीजीपी को देना चाहिए था और उसी दिन यानी 4 मई कार्रवाई की गई होती. शाह ने कहा कि हमें जिस दिन वीडियो मिला हमने उन सभी 9 लोगों की पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. शाह ने कहा कि मैं मणिपुर 3 दिन रहा और इस अवधि के दौरान हमने कई फैसले किये. राज्य में सामान्य स्थिति स्थापित करने के लिए क्षेत्र में अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है.
#WATCH ये वीडियो (मणिपुर वायरल वीडियो) इस संसद सत्र के शुरू होने से पहले क्यों आया? अगर किसी के पास यह वीडियो था तो उन्हें इसे डीजीपी को देना चाहिए था और उसी दिन (4 मई) कार्रवाई की गई होती। हमें जिस दिन वीडियो मिला हमने उन सभी 9 लोगों की पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।… pic.twitter.com/DniQYEWVDA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2023